सुप्रिया पांडेय, रायपुर. प्रदेश में  बिक रहे लगभग 50 प्रतिशत तेल खाने लायक नहीं है. एफएसएसएआई 2020 की रिपोर्ट बताती है कि यहां सबसे ज्यादा अशुद्ध तेल बलौदाबाजार जिले में बिक रहे है. जहां 100 प्रतिशत सैंपल फेल बताए जा रहे हैं.

बता दें कि रायपुर में भी लगभग 88 प्रतिशत तेल खाने योग्य नहीं है. सबसे ज्यादा अशुद्ध राइस ब्रांड ऑयल और सरसों के तेल में देखने को मिल रही है.

वहीं व्यापारी बताते हैं कि वे पैकेट बंद तेल की बिक्री करते हैं, जो फैक्ट्री से सीधे उनके दुकान तक पहुंचती है. तेल की पैकेट में दी गई जानकारी के आधार पर ही वे तेल की खरीददारी करते हैं, लेकिन इसकी जांच को लेकर उनके पास कोई जानकारी नहीं है.

वहीं मिलावट को लेकर सीएम बघेल ने साफ तौर पर कहा है कि जिसने भी गलती की है उस पर कार्रवाई होगी. मिलावट जैसी गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा, जहां भी शिकायत मिलेगी उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी

व्यापारी सतीश जैन ने कहा कि लगातार मिलावट की खबरें आ रही है. जांच में भी पाया गया है. पैंकिग तेल ही बाजारों में ज्यादातर बिक रहे हैं. फैक्ट्रियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

व्यापारी योगेंद्र नागवानी ने कहा कि अभी के समय में पैकिंग सामान ज्यादा बिक रहे हैं, जिसकी कोई जांच नहीं हो रही. इस पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए. इसके अलावा तेल कंपनियां आजकल ब्लेंड ऑयल का नाम लिख रही है. हमें इसकी जानकारी नहीं है कि ब्लेंड ऑयल क्या है कंपनी को पत्र भेजकर इसकी जानकारी लेंगे.

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