नई दिल्ली. सरकारी महकमे किस तरीके से काम कारते हैं. इसकी बानगी दिखाते हुए एक अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है. जहां एक अधिकारी ने कर्मचारी द्वारा माचिस वापिस न किये जाने की उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायत की है. मामला तब और भी पेंचीदा हो जाता है, जब इस मामले को लेकर पुलिस यह कहती है कि यदि माचिस वापिस नहीं की गई तो माचिस लेने वाले कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी.इसी बीच अधिकारी द्वारा माचिस वापिस किये जाने के लिए लिखा गया पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया. जिसके बाद से ही इस मामले की चर्चा जोरों पर है.

मामला मुरादाबाद का बताया जा रहा है, जहां बिजली विभाग के सहायक इंजीनियर सुशील कुमार ने एक कर्मचारी मोहित पंत को आधिकारिक पत्र लिखा है. इस पत्र में सुशील कुमार ने मोहित द्वारा 23 जनवरी को उधार ली गई माचिस को वापिस करने का उल्लेख किया है.

सुशील कुमार ने जो चिट्ठी मोहित पंत को लिखी है वह कुछ इस प्रकार है…

” उक्त के संबंध में आपको अवगत कराना है कि विभाग में कार्य का बोझ अत्यधिक बढ़ जाने के कारण देर रात तक दफ्तर में बैठ कर कार्य निपटाना पड़ रहा है. दिनांक 23/01/2018 दिन मंगलवार समय लगभग 8:40 बजे दफ्तर में कार्य करते समय आपके द्वारा अधोहस्ताक्षरी से एक माचिस (जिसमें लगभग 19 तीलियां) मांगी गई थी. जिसे दफ्तर में मार्टीन को सुलगाने हेतु रखा गया था.

परंतु अत्यन्त खेद का विषय है कि आज दिनांक 01/02/2018 तक भी आपके द्वारा उक्त माचिस को नहीं लौटाया गया है. जिसमें रात बेरात को बिजली जाने पर परेशानी उत्पन्न हो रही है.

अतः आपको निर्देशित किया जाता है कि पत्र प्राप्ति के तीन दिवसों के अंदर उक्त माचिस को वापस करना सुनिश्चित करें, ताकि भविष्य में कोई भी विवाद की स्थिति ना बने और आपसी विश्वास बना रहे. अन्यथा की स्थिति में किसी भी कार्यवाही के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे.

पुलिस तक पहुंचा मामला

माचिस वापिस न किये जाने का मामला पुलिस तक भी पहुंच गया है जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के एडिशन एसपी और पब्लिक रिलेशन ऑफिसर राहुल श्रीवास्तव ने वायरल चिट्ठी की फोटो ट्वीट कर लिखा, ”न दें तो बताइयेगा विधिक कार्यवाही की जाएगी.”

इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर माचिस से लगी आग को और हवा मिल गई. कोई पुलिस की प्रतिक्रिया के लिए तारीफ कर रहा था तो कह रहा था कि अब पुलिस के पास सिर्फ यही काम बचा है.

सुनील ने दी पत्र मामले पर सफाई

पत्र सोशल मीडिया में वायरल होन के बाद सुशील कुमार ने कहा काम के दौरान एक दिन अचानक लाईट चली गई तो उस दौरान मैंने कैंडल जलाने के लिए माचिस ढूढ़ना शुरू किया. फिर मुझे याद आया कि मैंने तो माचिस का डिब्बा मोहित को दे रखा है. जो मोहित ने अब तक मुझे वापिस ही नहीं की है. मैंने इस बात पर पत्र लिखा जरुर था लेकिन मैंने भेजा नहीं था. किसी ने इस पत्र की फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दी इसके बारे में मुझे नहीं पता था.

मोहित के पास व्हाट्सअप के जरिये पहुंचा पत्र

मोहित पंत ने कहा कि मुझे यह पत्र मेरे दोस्तों से व्हाट्सअप के जरिए मिला था, जिसके बाद मैने इस मामले को लेकर सुनील सर से बात की थी. फिर सर ने मुझे सबकुछ डिटेल में बताया.