अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार। बिलाईगढ़ डबरी तलाब में मिले लोमेश साहू की हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली. मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी ने अपनी बहन के साथ अश्लील बात करने पर अपने साथियों को हत्याकांड को अंजाम देने की बात सामने आई है. साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से आरोपियों ने लोमेश साहू का शव डबरी तालाब में  डाल दिया गया था.

प्रार्थी शिवप्रसाद साहू  24 जनवरी को अपने पुत्र लोमेश साहू के साथ बिलाईगढ़ के ही हिमांशु राकेश एवं रवि राकेश द्वारा मारपीट करने तथा इसके पश्चात लोमेश साहू के गुम होने की सूचना दर्ज कराई थी. जांच में यह बात सामने आई कि हिमांशु राकेश की 14 वर्षीय बहन के साथ लोमेश साहू के अश्लील बात करने की जानकारी होने पर 23 जनवरी को उसे रात में शिव मंदिर के पास बुलाया था, जहां अपने दोस्त जय नारायण देवांगन पिता जगदीश देवांगन (23 साल) और अपने चाचा रवि राकेश पिता गोकुल राकेश (33 साल) के साथ मिलकर उससे मारपीट की, जिसके बाद से लोमेश साहू लापता था.

27 जनवरी को लोमेश साहू का शव रैनीभांठा डबरी तालाब में मिला. लाश की जांच में उसके साथ मारपीट व शरीर पर चोट के निशान पाए गए. इस  प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन में एएसपी पीतांबर पटेल व एसडीओपी बिलाईगढ़ संजय तिवारी के मार्गदर्शन में थाना बिलाईगढ़ पुलिस ने धारा 302,34 भादवि कायम कर प्रकरण की जांच कार्रवाई के बाद लोमेश साहू की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया.

आरोपी हिमांशु राकेश ने पूछताछ में उसने बताया कि 23 जनवरी को रात्रि में अपनी बहन से अश्लील बात करने को लेकर गुस्से में लोमेश साहू को फोन कर बिलाईगढ़ में ही शिव मंदिर के पास बुलाया, जहां उसने अपने दोस्त जयनारायण देवांगन और चाचा रवि राकेश के साथ मिलकर मोटरसाइकिल के साइलेंसर से मारपीट करने के बाद डबरी तालाब के पास ले जाकर भी मारपीट की. मारपीट से लोमेश की मौत हो जाने और अपने पकड़े जाने के डर से पहले अपने घर के बाथरूम में छिपाकर फिर 26 जनवरी को रात 11 डबरी तालाब में डालने की बात कबूल की. आरोपियों के कथन के आधार पर और अन्य लोगों की संलिप्तता को देखते हुए तीनों को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया.