निशा मसीह. रायगढ़. देवांगन समाज के कुछ सदस्यों को उनके ही समाज के लोगों ने बहिष्कृत कर दिया है. कई बार समाज में सम्मिलित करने के लिए रायगढ़ समाज के पदाधिकारियों को आवेदन भी दिया गया, लेकिन इसके बाद भी समाज की मुख्यधारा से जोडऩे के बजाए उन्हें समाज से बाहर ही रखा गया. ऐसे में आज बहिष्कृत परिवार पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर समाज में सम्मलित करवाने की गुहार लगाई है.

दरअसल मामला ये है कि नवागढ़ी निवासी लंकेश्वर प्रसाद देवांगन के पूर्वज नवागढ़ी में निवासरत थे और पैलेस रोड स्थित मुरलीधर, सुलटू परिवार से संबंधित हैं लेकिन किसी कारणवश समाजिक लेनदेन से अलग कर दिया गया. इसके साथ साथ इनका मुख्य समाज रायगढ़ से रोटी बेटी का संबंध नहीं है. वहीं सामाजिक लेनदेन भिलाई, रायपुर व जगदलपुर के समाज से है. लंकेश्वर ने बताया कि उसके मामा बुदेलाराम व मौसा झाडूराम बोइरदादर देवांगन समाज में शामिल हैं. इसके अलावा अन्य रिश्तेदार भी सरिया व धरमजयगढ़ में निवासरत हैं. हम हर सामाजिक गतिविधियों में काम करते है सहयोग करते हैं.

उसने बताया कि हमारे पूर्वजों ने समाज में जुडऩे के लिए कई बार प्रयास किए. कई बार समाज में सम्मिलित करने के लिए आवेदन दिया. लेकिन अब तक रायगढ़ के पदाधिकारी उनको समाज में नहीं जोड़ रहे हैं. ऐसे में हम समाज की मुख्यधारा से बाहर हैं. पीडि़त परिवार ने पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर समाज में सम्मलित करवाने की गुहार लगाई है. वहीं पुलिस अधिकारी का कहना है कि पहली बार इनकी शिकायत मिली है और इस मामले में पीड़ितों को न्याय दिलाने की पहल की जाएगी. वो ये भी कहते हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो दोषियों पर अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा.