आशुतोष तिवारी, रीवा। रूस और यूक्रेन (Ukraine-Russia) में तनाव लगातार गहराता जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है। भारत समेत लगभग सभी देशों ने अपने नागरिकों और छात्रों को यूक्रेन से वापस लौटने की एडवाइजरी जारी कर चुके हैं। यूक्रेन में 20 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। इनमें से 20 छात्र इंदौर के भी फंसे हुए हैं। इनमें से एक रीवा के प्रज्जवल तिवारी भी हैं। प्रज्जवल तिवारी डेढ़ साल से तरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं। तरनोपिल में फंसे छात्र प्रज्जवल तिवारी ने भारत सरकार ( Indian government) से यूक्रेन से निकालने के लिए मदद मांगी है। प्रज्जवल ने देश के हालात परिजनों से बयां किए हैं।

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प्रज्जवल तिवारी के पिता बुद्धि सागर तिवारी गांव में ही हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ा प्रज्जवल है। वह तरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS सेकंड ईयर का छात्र है। जो करीब 1 साल 3 माह से यूक्रेन में हॉस्टल में रह रहा था।

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पिता ने अपना मकान बेचकर प्रज्जवल को यूक्रेन भेजा था। वर्तमान समय में चल रहे हालातों को बयां करते हुए कहा कि यूक्रेन सरकार ने हमले के डर से टेलिकॉम और इंटरनेट सर्विसेज ठप है। मीडिया बैन है। हम लोग अपने लोगों से बात तक नहीं कर सकते। सिर्फ वॉटसएप काॅलिंग से काम चला रहे हैं। इसके बाद से प्रज्वल के परिजन चिंतित है। घर मे खाना नही बन रहा वह चाहते है कि सरकार मदद करे। छात्रा को अपने देश जाने के लिए कहा गया है लेकिन फ़्लाइट के टिकट बहुत महंगे हो गए है।

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