छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है जो भोले-भाले लोगों के गढ़ के रूप में जाना जाता है। एक ऐसा प्रदेश है जो देश में शांति प्रिय इलाका माना जाता है। एक ऐसा प्रदेश है जहां गुण्डे-बदमाश, लूट-पाट, डैकेती,गोली-कांड, या दंगे करने वाले लोग पैदा नहीं होथे। लेकिन इस शांति प्रिय प्रदेश में बीते कुछ सालों में अशांति फैलाने वाले अराजक लोगों की घुसपैठ हुई है। पर अब छत्तीसगढ़ को और भी ज्यादा अलर्ट होने की जरूरत है। आखिर क्यों कहना पड़ा रहा सावधान छत्तीसगढ़ पढ़िए ये पूरी खबर –
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने यूपी के भीतर अराजक तत्वों में खलबली मचा दी है। लेकिन इस ऐलान ने भी छत्तीसगढ़ में जैसे अलर्ट की घंटी बजा दी है। क्योंकि पूरे देश में यूपी का पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ सहज-सरल और हर तरह से सुरक्षित माना जाता है। यही वजह है कि पड़ोसी राज्यों के गु्डें-बदमाशों की आमद छत्तीसगढ़ में बीतें कुछ सालों में बड़ी तेजी बढ़ी है। पड़ोसी राज्य यूपी, बिहार,महाराष्ट्र के अपराधियों ने छत्तीसगढ़ में अपहरण, लूट, डैकेती, हत्या,गोलीकांड जैसे कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। सिमी के आतंकियों ने भी छत्तीसगढ़ को अपना पनाहगाह बनाया था। इन सबके बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का ये बयान कि यूपी के गुडें बदमाश या तो सुधर जाए या फिर यूपी छोड़ दे ने छत्तीसगढ़ को भी जैसे अलर्ट कर दिया है। अगर यूपी में गुडें-बदमाशों पर कार्रवाई शुरू हुई तो जाहिर तौर पर अपराधी पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की ओर ही भागना चाहेंगे। वे सीधे-सहज सरल राज्यों को अपना पनाहगाह बनाना चाहेंगे। यहीं वजह है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी अब तेजी बाहरी लोगों की कुंडिलायां खंगालने और बनाने में जुट गई है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित, बिलासपुर, अंबिकापुर, दुर्ग-भिलाई, जगदलपुर सभी अपराधियों के लिए सेफ जोन की तरह रहा है। महीनों सालों तक अपराधी यहां रहते हैं और किसी को कोई खबर नहीं होती। रायपुर जहां हवाई मार्ग से भी जुड़ा है तो अबिंकापुर-बिलासपुर-दुर्ग-भिलाई रेल मार्ग के रास्तें पहुँच आसान है। सड़क मार्ग और भी ज्यादा सुरक्षित अपराधियों के लिए रहा है। ऐसे में अगर गुंडे-बदमाश यूपी छोड़ कहीं पड़ोसी राज्य में घुसपैठ करते हैं तो फिर खतरे की घंटी तो बज ही जाएगी। रायपुर रेंज की आईजी खुद मानते है कि यह एक चुनौती है और इससे निपटने पुलिस तैयार है। पहले भी बाहरी गिरोह पर सख्त कार्रवाई हुई है।
जाहिर है कई सवाल हर किसी के जहन में चल रहा होगा। क्योंकि सूबे का मुखिया सौम्य और मधुर है। और मीठे सहज-सरल छत्तीसगढ़वासी। हमारा छत्तीसगढ़ हर किसी को अपनाता रहा है, जो अच्छे उसे और जो बुरे हैं उसे भी। लेकिन बदलते हालात के बीच सतर्कता ज्यादा जरूरी हो गई है। और इसमें जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ समाज की भी है। क्योंकि अपराधियों की घुसपैठ समाज के बीच हो रही है। योगी अपने तेवर के लिए जाने जाते वे अपने शासन-काल में यूपी को अपराध मुक्त राज्य बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में अपराधियों का पनाहगाह बनने से छत्तीसगढ़ को सचेत रहना होगा। इसलिए कहना पड़ रहा सावधान छत्तीसगढ़ !