कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर से झटका लग सकता है. प्रदेश में बिजली के रेट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर बिजली वितरण कंपनी ने विद्युत नियामक आयोग में प्रस्ताव भेजा है, जिस पर नियामक आयोग की ओर से मंजूरी मिलना अभी बाकी है. आयोग की मंजूरी मिलते ही बढ़ी दरें लागू कर दी जाएंगी.
इधर, नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने प्रदर्शन कर सरकार से यह मांग की है कि वह विद्युत विनियामक आयोग को कहे कि, बिजली के रेट बढ़ाने का यह सही समय नहीं है. प्रदेश में विद्युत के रेट बढ़ाए जाने को लेकर उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने विद्युत नियामक आयोग के साथ ही सरकार को एक लेटर लिखा है, जिसमें यह कहा गया है कि वर्तमान स्थिति ऐसी नहीं है कि लोगों पर बिजली के रेट बढ़ाकर महंगाई और भार डाला जाए.
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ पी जी नाज पांडे ने कहा कि कोरोना काल में लोग पहले से ही परेशान हैं. बिजली की बढ़ी दरों के बाद उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार पड़ेगा. उन्होंने बताया कि पत्र के माध्यम से सरकार से मांग की गई है कि फिलहाल बिजली की दर न बढ़ाई जाए.
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