नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक को 11 हजार 500 करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले नीरव मोदी और उसके सहयोगियों के खिलाफ पूरे देश में कार्रवाई जारी है. ईडी के अधिकारी कल से लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. अब तक उन्होंने करीब 5 हज़ार 100 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है. नीरव मोदी के करीब दर्जनभर ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई है. कल दिल्ली, मुंबई, सूरत के 9 ठिकानों पर ईडी ने छापेमार कार्रवाई की. वहीं सीबीआई ने नीरव के मुंबई के वर्ली स्थित घर को भी सील कर दिया है. आज भी कार्रवाई जारी है.

लुकआउट नोटिस जारी

नीरव मोदी के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है.

इंटरपोल को भी अलर्ट

वहीं पीएनबी स्कैम के मामले में आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. इंटरपोल नीरव के साथ-साथ उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए भी कोशिश कर रही है. डिफ्यूजन नोटिस जारी कर इंटरपोल के जरिए इन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

वहीं खबर आ रही है कि नीरव मोदी फिलहाल स्विट्जरलैंड में हो सकता है. पीएनबी महाघोटाले में इंटरपोल की ओर से नीरव मोदी, अनी मोदी, मेहुल चौकसी और निशाल मोदी के खिलाफ डिफ्यूजन नोटिस जारी किया गया है. इससे पकड़ने और आरोपियों की लोकेशन डिटेक्ट करने की कार्रवाई तेज होगी.

पूरा परिवार ही है देश छोड़कर फरार

जैसी जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, नीरव का भाई निशल बेल्जियम का नागरिक है. वो 1 जनवरी को देश छोड़ चुका है. उसकी पत्नी और अमेरिकी सिटिजन एमी और गीतांजलि जूलरी स्टोर की श्रृंखला चलाने वाली फर्म में भागीदार मेहुल चोकसी भी जनवरी के पहले हफ्ते में देश छोड़ चुके हैं.

नीरव मोदी ने भी 1 जनवरी को ही देश छोड़ दिया था. वो मुंबई से दुबई गया. निशाल मोदी ब्रिसेल्स गया. मेहुल चौकसी 4 जनवरी को दुबई के लिए निकला. नीरव मोदी की पत्नी अनी 6 जनवरी को ज्यूरिख निकल गई. इन सभी के बारे में सीबीआई ने इंटरपोल को अलर्ट किया है. दुनियाभर के पुलिस संगठन इंटरपोल के सदस्य हैं.

सीबीआई ने नीरव मोदी और उनके साझेदार मेहुल चौकसी के पासपोर्ट रद्द करने की भी मांग की है.

आरोप है कि अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और उनके परिवार के कुछ सदस्यों ने पंजाब नेशनल बैंक द्वारा जारी 150 गारंटी पत्रों के जरिए 11,400 करोड़ रुपए से अधिक के फर्जी लेनदेन किए हैं.

कांग्रेस ने साधा निशाना

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लूटो और भाग जाओ मोदी सरकार की चाल है. उन्होंने कहा कि ललित मोदी, विजय माल्या सभी सरकार की नाक के नीचे से भाग गए और सरकार कुछ नहीं कर सकी.

गौरतलब है कि नीरव मोदी स्विट्जरलैंड के दावोस में नामी भारतीय कंपनियों के सीईओ के समूह के साथ फोटो में दिख रहा है. बता दें कि वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के सम्मेलन की इस तस्वीर को 23 जनवरी प्रेस सूचना ब्यूरो ने जारी किया था. इसके छह दिन बाद ही पंजाब नेशनल बैंक ने उनके खिलाफ पहली शिकायत की.

अधिकारियों के अनुसार एजेंसी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 31 जनवरी को एफआईआर दर्ज की. उसने मुंबई और सूरत में 20 स्थानों पर तलाशी ली. 4 फरवरी को नीरव मोदी तथा तीन आरोपियों के खिलाफ ‘लुक आउट नोटिस’ जारी किया गया.