इस्लामाबाद। नया पाकिस्तान का नारा देने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पूर्व क्रिकेटर इमरान खान आखिरकार सियासत की ऐसी भंवर में फंस गए हैं, जहां से उनका निकलना नामुकिन नजर आ रहा है. विपक्षी दलों ने इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सदन में पेश कर दिया है, जिस पर 25 मार्च को फैसला होगा. लेकिन इसके पहले पाकिस्तान में सियासी घमासान छिड़ा हुआ है.
आजादी के बाद से सेना के तख्तापलट के झटकों को झेलता आ रहा पाकिस्तान एक बार फिर उसे दो राहे पर खड़ा हुआ है, जहां से आने वाले पाकिस्तान की दशा और दिशा तय होगी. दरअसल, साढ़े तीन साल तक चली इमरान खान की सरकार के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव सदन में पेश कर दिया है. मामला इस बार इसलिए गंभीर है क्योंकि इस बार पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा है, और दूसरी ओर खुद पीटीआई के सांसद बागी हो गए हैं. इमरान खान क्या इस दोहरे झटके से उबर पाएंगे, इसका फैसला 25 मार्च को होगा, जब सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर मत डाले जाएंगे.
बात करें पाकिस्तान संसद (National Assembly) में कुल 342 सीटें हैं, जिनमें से इमरान खान की अगुवाई वाली पीटीआई की सरकार के पक्ष में 176 सांसद हैं, वहीं 3 सांसदों का समर्थन मिला हुआ है. दूसरी ओर विपक्ष दलों के 162 सांसद हैं. ऐसे में पार्टी के करीबन 22 सांसदों के बागी होने से अब सरकार संकट में आ गई है.