पोड़ी मोड़, प्रतापपुर (सूरजपुर)। जनपद पंचायत के सीईओ ने प्रतापपुर के सेमराखुर्द में शौचालय निर्माण को लेकर एक दिव्यांग के साथ बदतमीज़ी और गालीगलौज की. अब इस मामले में निःशक्तजन सेवा संगठन ने कलेक्टर और एसपी सूरजपुर से आरोपी के तत्काल निलंबन की मांग के साथ ही आपराधिक मामला दर्ज कराने की मांग की है. संगठन की अध्यक्ष रीता अग्रवाल ने दिव्यांगों के साथ बार-बार होने वाली ऐसी घटनाओं पर चिंता जताते हुए ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करने की बात कही है.
गौरतलब है कि सेमराखुर्द के पोड़ी पंडोपारा में ओडीएफ घोषित होने के बाद भी शौचालयों की बदहाली की खबरें सामने आई थीं, जिससे बौखलाकर जनपद पंचायत सीईओ प्रतापपुर राजेश सिंह सेंगर सरपंच और अन्य लोगों के साथ पंडोपारा पहुंच गए थे. रात में जांच के बहाने पंडोपारा गए सीईओ ने यहां एक दिव्यांग विजय यादव को धमकी देते हुए खुद से अधूरे शौचालयों को अट्ठारह फरवरी तक पूर्ण करने हिदायत देते हुए ढाई सौ रोज का जुर्माना लगाने की चेतवानी दी थी.
संगठन की अध्यक्ष रीता अग्रवाल ने कहा कि दिव्यांग विजय के खिलाफ सीईओ राजेश ने अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए लंगड़ा तक बोल दिया था और गालीगलौज की थी. रात में हुई इस घटना के बाद दूसरे दिन दिव्यांग विजय यादव ने सीईओ राजेश सिंह सेंगर के खिलाफ प्रतापपुर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की थी. दिव्यांग की शिकायत पर अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे अधिकारियों के निर्देश पर बदले की भावना से पंचायत द्वारा उसे ही नोटिस भेज दिया गया, जिसमें अट्ठारह फरवरी तक खुले में शौच बन्द करने की हिदायत देते हुए जुर्माना लगाने की चेतावनी दी गई है.
अब निःशक्तजन सेवा संगठन की अध्यक्ष रीता अग्रवाल ने मामले को दुर्भाग्यजनक बताते हुए आरोपी सीईओ राजेश सिंह सेंगर को तत्काल निलंबित करते हुए आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सूरजपुर से की है. उन्हें दिए हए आवेदन में उन्होंने कहा है कि सीईओ द्वारा बार-बार दिव्यांगों के साथ दुर्व्यवहार चिंताजनक और निंदनीय है. रीता अग्रवाल ने कहा कि पहले राजेश सिंह सेंगर ने प्रतापपुर में आयोजित दिव्यांग शिविर में अव्यवस्था कर दिव्यांगों की उपेक्षा और बुरा बर्ताव किया था. अब दिव्यांग के शौचालय में भ्रष्टाचार कर दुर्व्यवहार किया गया.
दिव्यांग विजय ने अपने साथ हुई घटना की शिकायत थाने में की है, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. रीता अग्रवाल ने शिकायत की कॉपी कलेक्टर और एसपी के साथ नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव, कमिश्नर सरगुजा सम्भाग और आईजी को भी भेजते हुए आरोपी सीईओ को तत्काल निलंबित करने की मांग की है और मांग पूरी नहीं होने पर अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कही है.
दिव्यांग के अलावा अन्य शब्दों का प्रयोग गैरकानूनी
निःशक्तजन सेवा संगठन की अध्यक्ष रीता अग्रवाल ने कहा कि सरकार एक ओर तो दिव्यांगजन को सम्मान दिलाने का प्रयास कर रही है और सख्त निर्देश जारी कर विकलांग या अन्य किसी शब्द का प्रयोग न कर दिव्यांग कहने की बात कही है. लेकिन उनके अधिकारी लंगड़ा जैसे शब्दों का प्रयोग दिव्यांगों के लिए कर रहे हैं, जो शर्मनाक है. दिव्यांग के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग गैर कानूनी है, उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की उपेक्षा और दुर्व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.