आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर हाईस्कूल का नामांतरण जगतु माहरा और महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज का नाम धरमु माहरा पर किए जाने की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी द्वारा इसके नामकरण के विरोध में उतर आने से माहरा समाज खासा नाराज है. इसे लेकर समाज के लोगों ने राजनीतिक दलों को इन विषयों पर ना पड़ने की चेतावनी दी है.
बता दें कि, महारा समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि, बस्तर में 5 लाख से भी अधिक सदस्य हैं जो बस्तर विकास मैं सहभागिता रखते है. जगदलपुर शहर निर्माण में जगतु माहरा और धरमु माहरा का बड़ा योगदान है. मगर आज तक ना ही किसी मार्ग का नामकरण उनके नाम पर किया गया और ना ही किसी बिल्डिंग और संस्थान को उनका नाम दिया गया. इसे लेकर समाज के लोग लंबे अरसे से मांग करते आ रहे हैं, जिसे राज्य सरकार ने समझा और उसके बाद बस्तर हाईस्कूल को जगतु माहरा और महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज को धरमु माहरा के नाम पर किए जाने की घोषणा राज्य सरकार ने की. मगर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने माहरा समाज के पूर्वजों के नाम पर संस्थाओं के नामकरण पर आपत्ति जताई है जो घोर निंदनीय है.
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आगे पदाधिकारियों ने कहा, अभी आम आदमी पार्टी का बस्तर में जन्म हुआ है. ऐसा ना हो कि पार्टी का नाम ही बस्तर से हट जाए. इन विषयों पर आम आदमी पार्टी को दूर रहना चाहिए. समाज के लोगों के दौरान अपने पुराने आरक्षण की मांग को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि, हम लंबे वर्षों से अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग करते आ रहे हैं. कांग्रेस सरकार को 3 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, मगर उन्होंने भी हमारी मांगों को दरकिनार कर दिया, जबकि कांग्रेस सरकार आने से पहले हमारे समाज को आरक्षण दिलाने की बात कही थी. पूर्ववर्ती सरकारों की तरह कांग्रेस सरकार ने भी हमारी मांगों को भुला दिया.
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