इस्लामाबाद. देश में जहां बलात्कार की पीड़ित महिलाएं इंसाफ के लिए सालों तक कोर्ट और पुलिस थानों के चक्कर लगाती हैं और उनको इंसाफ तक नही मिल पाता. ऐसे में पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इस मामले में एक मिसाल पेश की है. पाकिस्तान की अदालतों ने बेहद तेजी से काम करते हुए मासूम बच्ची जैनब के बलात्कारी औऱ हत्यारे इमरान को न सिर्फ सजा-ए-मौत दी बल्कि उस पर 20 लाख का भारी भरकम जुर्माना भी लगाया.
पिछले महीने ही पाकिस्तान में 6 साल की मासूम औऱ प्यारी सी बच्ची जैनब की बलात्कार के बाद एक मानसिक रुप से बीमार शख्स ने हत्या कर दी थी. जैनब की हत्या के बाद पूरा पाकिस्तान उबल पड़ा था. पूरे देश में जबर्दस्त गुस्सा था. इसे भारत के निर्भया कांड जैसा ही माना जा रहा था.
इस घटना के बाद से पाकिस्तान की सरकार औऱ पुलिस प्रशासन बैकफुट पर था. पुलिस ने बेहद तेजी दिखाते हुए बलात्कारी को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ छापे मारे औऱ उसे गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं अदालत ने बेहद तेजी से मामले की सुनवाई बेहद पारदर्शी तरीके से की. आरोपी को बचाव के पूरे मौके दिए गए लेकिन आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और सिलसिलेवार ढंग से जुटाए गए सबूतों औऱ पेशेवर तरीके से की गई सुनवाई के चलते मात्र डेढ़ महीने में ही जैनब के हत्यारे को पाकिस्तान की अदालत ने मौत की सजा सुना दी. अदालत के भारी भरकम जुर्माने के कारण इस तरह की घटनाएं करने वालों के मन में भी भय बैठेगा.
भले ही पाकिस्तान हम से कई मामलों औऱ तरक्की में कोसों दूर हो लेकिन पाकिस्तानी न्याय व्यवस्था का ये कदम वाकई काबिल-ए-तारीफ है. डेढ़ महीने से भी कम समय में मामले का न्याय करने के लिए पाकिस्तान की पूरी न्याय व्यवस्था औऱ पुलिस सिस्टम बधाई का पात्र है. काश, भारत के हुक्मरान और सिस्टम भी पड़ोसी देश से सबक ले पाता औऱ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने में इतनी ही तेजी दिखाता. फिलहाल तो पाकिस्तान की अदालतों का ये कदम शाबासी के लायक है औऱ उन्हें हर तरफ से शाबासी मिल भी रही है. अब, मौका भारतीय न्याय व्यवस्था के लिए इससे सबक लेने का है.