भाटापारा. कॉलोनाइजर के द्वारा प्रदेश के बाहर से गुन्डे बुलाकर हितग्राहियों को धमकाने और जान से मारने का मामला सामने आया है. इतना ही नही इन गुन्डो ने हितग्राहियों को सीधे गोली मारने की भी धमकी दी है. जिसके बाद से प्रॉपर्टी करने वाले हितग्राहियों में दहशत का माहौल है.

ऐसा ही एक मामला भाटापारा शहर थाने में दर्ज हुआ है, पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कॉलोनाइजर अमरनाथ गुप्ता से विद्युत विभाग के रिटायर कर्मचारी सागर आसपुरसे ने कृष्णा सिटी में 133 नंबर मकान खरीदा था. जिसका बाकयदा रजिस्ट्री भी कराया गया था और पूरा भुगतान भी भी किया जा चुका है. कॉलोनाइजर के द्वारा मकान लेते समय सागर का कहा गया था कि वे ऊपर भी निर्माण कर सकते है. लेकिन जब सागर ने मकान बनना शुरू किया तो लेंटर डालने के समय कॉलोनाइजर अमरनाथ गुप्ता ने 20 हजार हजार रूपये की मांग की. और पैसा नहीं देने पर काम रुकवा दिया गया. साथ ही सुपरवाइजर ने पानी ट्रैक्टर टंकी को कलोनी में भी नही घुसने दिया. जब हितग्राही ने सुपरवाइजर की बात का विरोध किया. तो सुपरवाइजर ने गोली मारवाने की धमकी दी है. इस दौरान कॉलोनाइजर के गुन्डो ने सागर के सहयोगी अधिवक्ता विमल दास मानिकपुरी से मारपीट भी की. पिड़ित का आरोप है कि मारपीट करने वाले गुन्डे हरियाणा से बुलाये गये थे.

घटना के बाद सागर ने इस पूरे मामले कि ​शिकायत करने सागर भाटापारा थाने पहुंचे. लेकिन वहां पुलिस कॉलोनाइजर के खिलाफ मामला दर्ज करने में आनाकानी करने लगी. इस बात की जानकारी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओ को लगी. जिसके बाद वे लोग भी थाने पहुंच गये और मामले में कॉलोनाइजर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की. इस बीच थाने में भी काफी देर तक हंगामा होता रहा. जो बाद में कॉलोनाइजर के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद शांत हुआ.

पुलिस ने इस मामले में कॉलोनाइजर अमरनाथ गुप्ता, सुपरवाइजर मुकेश सैनी और हरिओम निर्मलकर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. भाटापारा थाना प्रभारी आरके साहू ने बताया कि कॉलोनाइजर अमरनाथ गुप्ता के द्वारा पैसे को लेकर विवाद हुआ था तथा जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. जिस पर अमरनाथ गुप्ता, मुकेश सैनी और हरिओम निर्मलकर के खिलाफ धारा 294, 232, 306, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया गया. थाना प्रभारी ने इस मामले में हरियाणा के लोगो के शामिल होने की जानकारी से इंकार किया है.

वही कांग्रेस शहर अध्यक्ष ने कार्यवाही नहीं होने पर धरना देने की बात कही तथा आरोप लगाया कि अमरनाथ गुप्ता ने अपनी कालोनी में बाहरी व संदिग्ध लोगों को मकान दे दिया है. जिनकी कोई भी जानकारी पुलिस के पास नहीं है.