शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम कमलनाथ के पास नेता प्रतिपक्ष और पीसीचीफ दोनों पद हैं. जिसमें से वो एक पद छोड़ सकते हैं. अब कांग्रेस नेता डॉक्टर गोविंद सिंह ने नेता प्रतिपक्ष के पद पर अपना दावा ठोका है. गोविंद सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलेगी, तो अच्छे से संभाल लूंगा. राजनीति करने आया हूं. साधु संत महात्मा बनने नहीं.

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विवेक तन्खा को राज्यसभा भेजने पर गोविंद सिंह ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि देश के मात्र एक कश्मीरी पंडित विवेक तन्खा है, जो सांसद है. विवेक तन्खा को राज्यसभा फिर से भेजा जाएगा, तो अच्छा संदेश जाएगा. हमें उम्मीद है कि विवेक तन्खा को ही राज्यसभा भेजा जाएगा. आलाकमान हर नेता को राज्यसभा में दो बार भेजता है. विवेक तन्खा के साथ भी ऐसा ही होना चाहिए.

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बता दें कि मध्यप्रदेश में राज्यसभा तक पहुंचने के लिए रेस शुरू हो गई है. एमपी में राज्यसभा की 11 सीटें हैं. जिनमें से 8 पर बीजेपी का कब्जा है. कांग्रेस के पास 3 सीटें हैं. जून में तीन सीटें खाली हो रही हैं. अभी एक सीट पर कांग्रेस और दो पर बीजेपी का कब्जा है. कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा की सीट खाली हो रही है. कांग्रेस में इस सीट के लिए लड़ाई है. दिल्ली में इस सीट के लिए कई बड़े दिग्गज नेता मैदान में हैं. बीजेपी कांग्रेस के नेता राज्यसभा सीट के लिए अपनी-अपनी दावेवारी ठोक रहे हैं.

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