शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश की शराबबंदी को लेकर सियासत जरूर हो रही है, लेकिन शराबबंदी हो नहीं रही है. प्रदेश में शराबबंदी होगी या नहीं यह भी नहीं पता. लेकिन ये चुनावी मुद्दा जरूर बन सकता है. अब शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज और उमा भारती आमने-सामने हो गए हैं. उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा था कि जागरूकता से शराबबंदी होगी. मुख्यमंत्री के शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने उमा भारती ने भी ट्वीट किया है. पहले अवैध शराब, अहातों में शराब परोसना, स्कूल, मंदिर के पास शराब दुकान बंद होना चाहिए. घर-घर शराब पहुंचाने की घिनौनी व्यवस्था तुरंत रुके.

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उमा भारती ने ट्वीट कर कहीं कई बातें

पूर्व सीएम उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मेरे बड़े भाई शिवराज सिंह चौहान से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान एवं स्नेह के संबंध बने रहे. शिवराज ऑफिस जाते समय या मेरे हिमालय प्रवास के समय या मेरे किसी भजन का स्मरण आने पर या तो मुझसे मिलते थे या फोन करते थे.

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मैं शिवराज जी से 2 साल से हर मुलाकात में शराबबंदी पर बात की पर अब बात बाहर आ गई है, तो भाई ने अनबोला क्यों कर दिया है और मीडिया के माध्यम से बात क्यों करने लगे हैं ? शिवराज सिंह ने परसों कहा है कि लोग शराब पीना बंद कर दें, तो मैं शराब की दुकानें बंद कर दूंगा. जब लोग शराब पीएंगे ही नहीं, दुकानें चलेंगी ही नहीं तो वह तो खुद ही बंद हो जाएंगी.

अभी हमें शुरुआत यहां से करना चाहिए. अहातों में शराब परोसने की व्यवस्था हम तुरंत बंद करें. स्कूल, अस्पताल, मंदिर एवं अन्य निषिद्ध स्थानों के पास शराब की दुकानें भी बंद हों. घर-घर शराब पहुंचाने की घिनौनी व्यवस्था तुरंत रुके. जहां महिलाएं या नागरिक विरोध करें वहां दुकाने ना खोली जाए इन्हीं ने तो हमारी सरकार बनाई है.

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पहले इतना कर ले फिर जो वैध उचित स्थान पर शराब की दुकानें हो, वहां फोटो के साथ हार्डिंग लगे कि शराब पीने से क्या-क्या नुकसान होता है. फिर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, जिसमें सभी धर्मों के संत जुड़ें, मेरे मुख्यमंत्री शिवराज की तरह सभी दलों के नेता शामिल हो.

शराब दुकान के विरोध में लोगों ने किया चक्काजाम

इधर विदिशा के पीतल मील चौराहे पर पिछले तीन-चार दिनों से शराब दुकान के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस जगह शराब दुकान खोली गई है, वहीं पास में विदिशा के बड़े-बड़े स्कूल कॉलेज और मंदिर हैं. जहां प्रतिदिन हजारों विद्यार्थियों का जाना आना है. ऐसे में आए दिन बड़ी दुर्घटना होने का डर बना रहता है. इसी के विरोध में आज स्थानीय लोगों ने विदिशा के पीतल मिल चौराहे पर चक्का जाम किया. साथ ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू की गई. स्थानीय लोगों ने शासन से अपील की है जल्द से जल्द शराब दुकान को पीतल मिल चौराहे से हटाया जाए. जानकारी मिलते ही तहसीलदार सरोज अग्निवंशी मौके पर पहुंची और उन्होंने लोगों को समझाइश देकर चक्का जाम समाप्त कराया.

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