रायपुर- शराबबंदी को लेकर भले ही छत्तीसगढ़ में सियासी पारा पूरे उफान पर चढ़ा हुआ हो, लेकिन लगता नहीं कि प्रदेश की जनता के लिए शराब बुनियादी समस्याओं में से एक है। लोक सुराज अभियान के पहले दौर में जब सरकार ने प्रदेश की जनता से उनकी समस्याओं को जानना चाहा, तो शिकायतें मिली करीब 28 लाख, लेकिन सुनकर हैरानी होगी कि इन शिकायतों में शराब के विरोध में महज 28 सौ शिकायतें ही सरकार को प्राप्त हुई। दरअसल ये आंकडे़ इसलिए भी ध्यान खींच रहे हैं क्योंकि जनता से शिकायतों का विवरण जुटाने का क्रम सरकार के वाइन बेचे जाने के फैसले के बाद शुरू हुआ। उम्मीद की जा रही थी कि शराब को लेकर शिकायतों का भारी भरकम पुलिंदा शासन के सामने आएगा। मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने आज जब संपादकों ने चर्चा की, तो ये आंकड़ें सामने आए। मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह शराबबंदी को लेकर एक बार फिर स्पष्ट तौर पर कहा कि लोगों को अब कोचिया नाम छत्तीसगढ़ की जमीन पर सुनाई नहीं देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शराब दुकानों का नियंत्रण सरकार ने अपने हाथों में ले लिया है। इससे अवैध शराब के कारोबार में अंकुश लगेगा। डा.रमन सिंह ने कहा कि अगर किसी डिस्टलरी से शराब की अवैध निकासी की शिकायत मिलेगी, तो उसकी पुष्टि होने पर उस डिस्टलरी को बंद करवा दिया जाएगा।