रायपुर. विधानसभा में बजट अनुदान मांग पर चर्चा का जवाब देते हुए मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि रमशीला साहू ने कहा कि मैं एक माँ हूँ बच्चों को कैसे सुपोषित करना है ये मैं जानती हूं. इस विभाग को मैं एक माँ की तरह ही चला रही है. हर बच्चा सुपोषित होगा ये सरकार की कल्पना है. कुपोषण कम करने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है. मेरे कार्यकाल में दस फीसदी कुपोषण कम हुआ है. 2004 में 47 फीसदी कुपोषण की दर थी. महतारी जतन योजना, नवा जतन जैसी योजनाओं से कुपोषण दूर हुआ है. सुपोषित राज्य की दिशा में छत्तीसगढ़ बढ़ रहा है.

मंत्री रमशीला ने आगे कहा कि कुपोषण को समाप्त करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में संस्कार अभियान चलाया गया है. पहले की सरकार सकारात्मक सोच रखती तो कुपोषण दूर हो चुका होता. छत्तीसगढ़ के संस्कार अभियान को देखने बिहार जैसे राज्यों से लोग आ चुके हैं. सुचिता योजना को हमने विस्तारित किया है. हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल में इस योजना को शुरू किया जाएगा. 10 लाख युवतियां और महिलाओं को इसका फायदा होगा.

उन्होंने आगे कहा कि पूरक पोषण आहार गुणवत्तापूर्ण है. छह रुपये की राशि आंगनबाड़ी केंद्रों में दी जाती थी उसे 8 रुपये कर दिया है. गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए 9 रुपये से बढ़ाकर 12 रुपये कर दिया गया है. अमृत दूध को विपक्ष उल्टा देख रहा है. आप लोग विपक्ष में है इसलिए हर चीज उलटे नजरिए से देखते हैं. अमृत योजना अच्छी योजना है.