अनिल सक्सेना, रायसेन। जिले के सिलवानी वन परिक्षेत्र में कर्मचारियों पर हथियारों से लैस एक समुदाय द्वारा जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। इस हमले में वन विभाग के दर्जनभर कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों का उपचार सिलवानी अस्पताल में चल रहा है। घायलों को देखने डीएफओ, एडिशनल एसपी सहित कई आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे थे। वहीं इस घटना का कर्मचारी संघ ने विरोध करते हुए आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की है।

जानकारी के अनुसार सिलवानी वन परिक्षेत्र पश्चिम के अंतर्गत दो किलोमीटर दूर पर ग्राम रमपुरा में वन परिक्षेत्र अधिकारी रविंद्र पाटीदार और कर्मचारी लकड़ी तस्करी की सूचना पहुंचे थे। वहां दो वाहनों में सागौन लकड़ी की तस्करी की जा रही थी, वन अमला जैसे ही पुलिया के पास पहुंचा तो एक समुदाय के करीब 300 लोगों द्वारा पत्थर डंडे और हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से घबराकर कर्मचारी जान बचाकर वहां से भागे। इस हमले में शासकीय वाहन का ड्राइवर धर्मेंद्र लोधी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सिविल हॉस्पिटल सिलवानी से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में जिला अस्पताल रायसेन रेफर किया गया है।

अन्य वन कर्मचारियों का उपचार सिलवानी में चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी राजेश तिवारी, तहसीलदार लालजीराम वर्मा, फॉरेस्ट एसडीओ पीके रजक सहित प्रशासन का अमला पहुंचा। घायलों को देखने के लिए एडिशनल एसपी अमृतलाल मीणा सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। वन विभाग द्वारा अवैध तस्करी करने वाले लकड़ी माफियाओं से सागौन की लकड़ी को जब्त कर लिया है। सभी आरोपी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।

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