कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मुकेश जैन के खिलाफ फर्जी शिकायत करने वाला अज्ञात व्यक्ति उनके घर का ही विभीषण निकला। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पीए सत्यप्रकाश शर्मा ने अपने निजी ड्राइवर के साथ मिलकर यह काला खेल रचा था। पुलिस ने मामले का प्राथमिक खुलासा करते हुए परिवहन आयुक्त के पीए के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पीए सत्यप्रकाश के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है।

दरअसल परिवहन मंत्री और आयुक्त के खिलाफ 12 अप्रैल को स्पीडपोस्ट के जरिए शिकायत भेजी गई थी। मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया महानिदेशक लोकायुक्त सीबीआई हाईकोर्ट रजिस्ट्रार और भाजपा के संगठन मंत्री को यह शिकायत भेजी गई। कम्प्लेंट करने वाले ने ग्वालियर के ही एक व्यक्ति धर्मवीर कुशवाह का नाम और नंबर शिकायत में भरकर भेज दिया था। जब धर्मवीर के नंबर पर शिकायत के नोटिफिकेशन आए तो उन्होंने जानकारी लेकर पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन दिया। एडिशनल एसपी राजेश डंडौतिया के मुताबिक जांच के दौरान डाकघर के सीसीटीवी फुटेज में सत्यप्रकाश शर्मा के ड्राइवर अजय सालुंके नजर आया।

अजय सालुंके को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश शर्मा का नाम उजागर कर दिया। पुलिस ने सत्यप्रकाश शर्मा पर भी मामला दर्ज कर लिया है। इसे लेकर पूरे परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सत्यप्रकाश शर्मा विभाग के रसूखदार लोगों में माना जाता है। इसके पास बहुत से अधिकारियों के राज भी दबे हैं। शायद यही कारण है कि करोड़ों रुपए की कमाई और लोकायुक्त में कई शिकायतों के बाद भी अब तक इसके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई है। अब देखना ये होगा कि इसके खिलाफ विभाग कार्रवाई कर पाता है या अन्य मामलों की भांति ये मामला भी फाइलों में दबा दिया जाएगा।

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