भोपाल। चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर तल्ख टिप्पणी की है. आयोग ने शिवराज सिंह को नोटिस देकर संभलकर बोलने की नसीहत दी है. ये नोटिस कोलारस, मुंगावली उपचुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत पर भेजा गया है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कोलारस और मुंगावली में शुक्रवार को चुनाव प्रचार थमने का अंतिम दिन था और शाम होते-होते भारतीय चुनाव आयोग से नोटिस जारी हो गया. शिवराज सिंह चौहान पर आरोप है कि उन्होंने एक चुनावी सभा के दौरान कुकरेटा और बक्सनपुर के मतदाताओं को संकेतों में नदी पर पुल बनाने के लिए बीजेपी उम्मीदवार के जिताने की अपील की और संकेतों में ही कहा कि बीजेपी प्रत्याशी के जीतते ही खजाने से राशि जारी कर दी जाएगी.
इस मामले में कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग को शिकायत की गई थी. कोलारस और मुगांवली में 24 फरवरी को वोटिंग और 28 फरवरी को नतीजे आने हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाली इन सीटों को जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. चुनाव आयोग इससे पहले मंत्री यशोधराराजे सिंधिया को भी नोटिस दे चुका है. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संभवत: पहली बार चुनाव आयोग की ओर से नोटिस भेजा गया है.
कांग्रेस ने कसा सीएम शिवराज पर तंज
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी मुख्यमंत्री को चुनाव आयोग अगर नोटिस जारी कर आचार संहिता की याद दिलाए, तो ये गंभीर बात है.