हरिओम श्रीवास. मस्तूरी. जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में करोड़ों रुपयों की गड़बड़ी की शिकायत पर अब सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. आज सीबीआई और सेक्शन अफसरों ने नवोदय विद्यालय पहुंचकर ताबड़तोड़ दस्तावेजों का खंगाला है. अफसरों को कई खामियाँ और भ्रष्टाचार की जानकारी मिली है. सीबीआई की टीम इस मामले की विस्तृत तस्दीक में जुटी हुई है.
नवोदय विद्यालय ने कागजों में ही लाखों रुपयों के जूते बाँट दिए. कई घालमेल कर कर करोड़ों रुपयों की गड़बड़ी उजागर हुई है. बता दें कि मस्तूरी क्षेत्र स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में एक करोड़ 26 लाख रुपए की स्कूल सामग्री की खरीदी में भ्रष्टाचार की जांच करने सीबीआई की टीम और सेक्शन ऑफिसर की अफसरों की टीम जांच करने पहुंचे. वही टीम पुरे दस्तावेज को खंगालने शुरू कर दिया है मामले में पूर्व प्राचार्य बीके झा एवं क्लर्क सचिन मिश्रा के खिलाफ को धोखाधड़ी का जुर्म किया गया है.
2017 की ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद पता चला की विद्यालय समिति की टीम ने जांच की थी इसमे प्राचार्य और क्लर्क को दोषि पाया गया था और जांच के बाद विद्यालय समिति ने सी बी आई दफ्तर में लिखित शिकायत कर जांच की कार्यवाही की मांग की थी. मामले को गम्भीरता से लेते हुए सीबीआई टीम मल्हार नवोदय विद्यालय पहुच कर स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी हैं सीबीआई की टीम स्कूल के बैंक ,चेक,वाउचर की पड़ताल जारी हैं कागजो में डेढ़ लाख के जूते का दुबारा बांटा गया इसी तरह 1लाख 20 हजार 760रुपये, वर्ष 2014 -15 में वित्तिय आडिट हुआ था. वही क्लर्क के अपने पत्नी व रिस्तेदारो के खातों में कर्मचारी के खातों साशकिय राशि को भी खातों में ट्रांसफर किया गया है.
इसी तरह कई बार राशि में हेरा फेरी किया गया है. सीबीआई की टीम के अनुसार नवोदय विद्यालय मल्हार के नाम से दो अकाउंट संचालित है. जिसमें एक बैंक महाराष्ट्र मल्हार ब्रांच और दूसरा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मस्तूरी ब्रांच का है. ईसकी जांच में सीबीआई को जानकारी मिली कि 47 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 26 लाख 46 हजार 159 रुपये की गड़बड़ी मिली इसमें तीन लाख 23 हजार 736 रुपये सचिन मिश्रा अपने पत्नी मेघा भट्ट मिश्रा के अकाउंट में ट्रांसफर हुआ है. अफसरों ने इस मामले अभी और कई परतें खुलने की संभावना जताई है.