आषुतोष तिवारी,रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले की धरती भी अब हीरा उगलेगी. जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया ने जिले को डायमंड ब्लॉक के रूप में चिन्हित किया है. जिले के 3 गांव में किम्बर लाइट चट्टान होनी की खुशखबरी दी है. इसके बाद प्रशासन बड़ी-बड़ी कंपनियों को ऑफर दे रही है.

प्रदेश में हीरो की नगरी पन्ना के बाद अब रीवा जिला भी डायमंड ब्लॉक के रूप में जाना जाएगा. जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया पिछले 1 साल से सर्वे का कार्य कर रही थी. इस सर्वे में त्योंथर तहसील के सोहागी, पूर्वा और मझगवां 3 गांव डायमंड ब्लॉक के रूप में चिन्हित किए गए हैं. यहां करोड़ वर्ष पुराने किम्बर लाइट चट्टानों के होने की पुष्टि हुए है.

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इन किम्बर लाइट चट्टानों में ही डायमंड होता है. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि यहां बहुतायत मात्रा में डायमंड उपलब्ध है. डायमंड की तलाश करने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों को ऑफर दिया गया है. ताकि चिन्हित गांव में डायमंड की तलाश की जा सके.

डायमंड ब्लाक में बहुतायत हीरे होने की संभावना इसलिए और बढ़ कई है, क्योंकि यह क्षेत्र प्राकृतिक संप्रदाओं से भरा हुआ है. इसके अलावा पन्ना के डायमंड बेल्ट से जुड़ा हुआ है. डायमंड के लिए चिन्हित सोहागी, मझिगवां और पूर्वा गांव में किम्बर लाइट चट्टान मौजूद है. एक्सपर्ट मानते है कि यह क्षेत्र में अपार संभावनाएं है.

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बता दें कि विन्ध्य के इस भूभाग में खनिज सम्पदा भरी पड़ी है, लाइम स्टोन का हब होने से कई सीमेंट प्लांट चल रहे है. ऐसे में पूरी संभावना है की किम्बर लाइट चट्टान बहुतायत मात्रा में होगी. अगर ऐसा हुआ तो सर्वाधिक पिछड़े इलाके के लोगों की किस्मत हीरे की तरह चमक उठेगी.

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