रायपुर. राजधानी में स्थित श्रीबालाजी अस्पताल परिसर में ’17 वें सीजीएसीकॉन-2018′ का आयोजन किया गया था. जिसमें भाग लेने देश भर से सैकड़ों शल्य चिकित्सक पहुंचे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शिरकत की. कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रदेश के युवा एवं वरिष्ठ सर्जनों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि डॉक्टर्स महीने में किसी दो गरीब मरीज का इलाज नि:शुल्क करते हैं तो न केवल उस डॉक्टर की ख्याति मिलेगी, बल्कि इस प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान होगा.
रमन सिंह ने कहा कि सीजीएसीकॉन में 23 लाइव सर्जरी हुई है और सर्जरी से जुड़े महत्वपूर्ण पेपर भी प्रस्तुत किए गए हैं. जिससे युवा डॉक्टरों और सर्जनों को प्रेरणा मिलेगी. डॉ.सिंह ने कहा कि 2003 में जब वे मुख्यमंत्री बने तो प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक करना उनकी पहली चुनौती थी. उन्होंने नक्सली समस्या से पहले स्वास्थ्य सुविधाओं में बदलाव की जरूरत को प्राथमिकता में शुमार किया. डॉ.सिंह ने कहा कि मैंने इस विषय में योजना बनाई और बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया करवाने के लिए सुविधाओं को विकसित किया.
डॉ. सिंह ने अपने प्रैक्टिस के दिनों को याद करते हुए कहा कि मेरे पिताजी उन दिनों मुझसे पूछा करते थे कि तुम्हारे पास मरीजों की भीड़ तो रहती है परन्तु तुम्हारे पास पैसा क्यों नहीं रहता? मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी करीब 60 प्रतिशत आबादी ऐसी है, जिनके पास ईलाज के लिए पैसे नहीं होते. इसी को देखते हुए जब मैं मुख्यमंत्री बना तो सबसे पहले गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट कार्ड के जरिए तीस हजार तक नि:शुल्क इलाज की सुविधा मुहैया करवाने को स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत की. वक्त के साथ इस योजना का विस्तार भी किया गया और तीस हजार की राशि को बढ़ाकर 50 हजार किया गया. जिससे प्रदेश के 56 लाख परिवारों को सालाना नि:शुल्क इलाज की सुविधा राज्य सरकार की ओर से दी जा रही है. सीएम ने कहा कि पहले लोगों की जरूरत रोटी, कपड़ा और मकान थी लेकिन अब इसके साथ शिक्षा और चिकित्सा भी जुड़ गई है. इसे लेकर सरकार संवेदनशील है.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ मंच पर एएसआई के अध्यक्ष डा. दिलीप एस गोडे, एएसआई सीजी चैप्टर के अध्यक्ष डा.तरूण नायक, एएसआई सीजी चैप्टर के सचिव डा. राजेश सिंहा, सीजीएसीकान-2018 के आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. सुभाष अग्रवाल और श्रीबालाजी ग्रुप आफ हास्पिटल एवं कालेजेस के फाउंडर डायरेक्टर एवं सीजीएसीकान-2018 आयोजन समिति के सचिव डा. देवेन्द्र नायक मौजूद थे. मंच संचालन पायनियर के प्रबंध संपादक संजय शेखर ने किया.
देश भर के ढाई सौ शल्य चिकित्सकों ने की शिरकत
द एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया के छत्तीसगढ़ चैप्टर द्वारा सर्जन क्लब और श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हास्पिटल एंड कॉलेजेस के सहयोग से आयोजित ‘सीजी एसीकॉन-२०१८ सफलता पूर्वक संपन्न हो गया. इस कार्यक्रम में देशभर के मशहूर शल्य चिकित्सकों के साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के सर्जनों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से मशहूर सर्जन और द एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया, एएसआई के प्रेसीडेंट डॉक्टर दिलीप एस गोडे, हैदराबाद से पहुंचे मशहूर सर्जन डॉक्टर एस बालाचंद्रन, बेंगलुरु से पहुंचे डॉ. श्रीकांत गढिय़ाराम, इंदौर से पहुंचे डॉ.राकेश शिवहरे और भोपाल से पहुंचे डॉ.सुबोध वार्ष्णेय प्रमुख थे. इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों के मशहूर शल्य चिकित्सकों समेत करीब ढाई सौ सर्जन ने कार्यक्रम में शिरकत की. कांफ्रेंस के दौरान 23 लाइव सर्जरी हुई और उस पर वरिष्ठ चिकित्सकों ने चर्चा की. कार्यक्रम के दौरान 14 पीजी पेपर और 8 ई-पोस्टर का प्रजेंटेशन किया गया.
डॉ.देवेन्द्र नायक बने एएसआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष
मशहूर चिकित्सक और श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल एंड कॉलेजेस के फांउडर डायरेक्टर डॉक्टर देवेन्द्र नायक को द एशोसिएशन ऑफ इंडिया (एएसआई) के छत्तीसगढ़ चैप्टर का नया अध्यक्ष चुना गया है. सीजीएसीकॉन २०१८ में हुई एएसआई छत्तीसगढ़ चैप्टर की सामान्य सभा में चैप्टर के नए अध्यक्ष के रुप में डॉ.देवेन्द्र नायक का चयन किया गया है. डॉ. देवेन्द्र नायक, डॉ. तरुण नायक की जगह लेंगे. सामान्य सभा में एएसआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के सचिव के रुप में पंडित जवाहर लाल नेहरु स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ.संदीप चंद्राकर और चैप्टर के कोषाध्यक्ष के रुप में कर्मा हास्पिटल के डॉ.धीरेन्द्र साव का चयन सर्व सम्मति से किया गया है. सामान्य सभा में एएसआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष चुने जाने के बाद डॉ. देवेन्द्र नायक ने कहा कि उन्हें जिस विश्वास के साथ एएसआई सीजी चैप्टर का अध्यक्ष बनाया गया है. उस पर वे खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे और चिकित्सा जगत को अपनी सेवाओं से संतुष्ट करने की हर संभव कोशिश करेंगे.