भोपाल. आज सीएम शिवराज सिंह के ​जन्मदिन के अवसर पर हम आपको  शिवराज के बारे में उन बातों को बताएंगे जिन्हें बहुत कम लोग ही जानते हैं. शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने का सफर 9 साल की उम्र में ही शुरू हो गया था. शिवराज ने इतने कम उम्र में ही अपने गांव में मजदूरों का मेहनताना दोगुना करवाने की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ दिया. उस समय आंदोलन की इस आग ने सभी मजदूरों को एकजुट कर दिया था और सभी ने हड़ताल करके अपना हक मांगना शुरू कर दिया.

चाचा ने की शिवराज की पिटाई और उठवाया पशुओं का गोबर

आंदोलन के बाद जब शिवराज घर लौटे तो उनके चाचा आग-बबूला हो गये क्योंकि शिवराज के भड़काने से परिवार के मजदूरों ने भी हड़ताल कर दी थी. इस दौरान चाचा ने शिवराज की पिटाई कर दी और उन्हें पशुओं के बाड़े ले गये. बाड़े ले जाकर चाचा ने शिवराज को पशुओं का गोबर उठाने, चारा डालने ओर उन्हें जंगल ले जाकर चराने के लिए कहा. जिस काम को शिवराज ने पूरी लगन के साथ किया लेकिन मजदूरों को तब तक काम पर नहीं आने दिया, जब तक सारे गांव ने उनकी मजदूरी नहीं बढ़ा दी.

उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा की यह 9 साल का बच्चा आने वाले समय में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा और देखते ही देखते इस बच्चे को आज प्रदेश की कमान संभाले लगभग 13 साल बीत चुके हैं.

गोल्डमेडलिस्ट हैं दर्शनशास्त्र में शिवराज

शिवराज ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर किया और स्वर्ण पदक के साथ शिक्षा प्राप्त की. 1975 में मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ाई की और छात्रसंघ अध्यक्ष बनकर राजनीति में कदम रखा. शिवराज आपातकाल का विरोध और 1976-77 में भोपाल जेल में बंद होने के बाद चर्चाओं में आने लगे.शिवराज लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन करने लगे और कई बार जेल गए. 1977 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने.

साधना से हुई शादी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 59 साल के हो गये हैं. उनका जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था. शिवराज की माता सुंदरबाई और पिता प्रेमसिंह चौहान हैं. वर्ष 1992 में उनका साधना सिंह के साथ विवाह हुआ. उनके दो पुत्र कार्तिकेय और कुणाल हैं.