दीपक ताम्रकार, डिंडोरी एक तरफ मध्यप्रदेश शासन आदिवासी बैगाओं द्वारा बनाई जा रही महुआ शराब को हेरीटेज प्लांट डाल कर उंन्हे आर्थिक रूप से मजबूत करने के उद्देश्य से समनापुर जनपद क्षेत्र की ग्राम भाखा में हेरिटेज शराब प्लांट का निर्माण करवा रही है, जिसका अब तेजी से विरोध शुरू हो गया है.
मंगलवार की जन सुनवाई में जिला की भगवती मानव कल्याण समिति व भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के सैकड़ों की संख्या में लोग कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. भाखा ग्राम में हेरीटेज शराब प्लांट को बंद कर कोई उद्योग स्थापित करने की मांग की.
महिला व पुरुष कार्यकर्ताओ का कहना है कि आदिवासी जिला में वैसे भी शराब के चलते कई परिवार उजड गए हैं. ऐसे में भाखा में हेरीटेज शराब प्लांट नहीं लगना चाहिए. अगर लगता है तो भारतीय शक्ति चेतना पार्टी आगे भी विरोध प्रदर्शन करेगी.
वहीं आदिवासी जिला डिंडोरी के कलेक्ट्रेट परिसर में जनसुनवाई पर पहुंची. ये है मेहदवानी विकाशखण्ड क्षेत्र की ग्राम बुलदा के पोषक ग्राम अमरपुर की महिलाएं. इन महिलाओ की समस्या और बड़ी मांग पानी है. इसके लिए महिलाओं ने खाली बर्तन सिर पर रखकर हाथ जोड़कर अधिकारियों के सामने विनती करते दिखाई दी और उंन्हे ज्ञापन सौंपा.
अमरपुर गांव की ग्रामीण महिलाओ की मांग है कि उनके क्षेत्र में पानी की समस्या को तत्काल दूर किया जाए. जब नायब तहसीलदार महिलाओं को ज्ञापन लेने के बाद जाने को कहा तो वे अड़ गईं और तत्काल पानी की मांग को लेकर फर्श पर बैठकर नारेबाजी करने लगी.
वहीं PHE विभाग के ई शिवम सिन्हा कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीण महिलाओं को समझाते हुए उनके साथ गांव चलने की बात कही, तब जाकर महिलाओं ने प्रदर्शन बंद किया.