रोहित कश्यप, मुंगेली. आजादी के 75 वर्ष बाद भी मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के नवागांव जैत में एक परिवार के घर बिजली नहीं पहुुंच पाई है. परिवार चिमनी जलाकर जीवन यापन कर रहा है. इस परिवार ने आर्थिक तंगी की वजह से अपने घर में बिजली कनेक्शन नहीं करवाया. इस परिवार की कई पीढ़ियों ने अंधेरे में जीवन खत्म कर लिया, लेकिन डिजिटल युग में इस परिवार की इकलौती बिटिया की चाह है कि जब भी उसका विवाह हो तब तक उसके घर बिजली लाइटों की रोशनी से जगमगाता रहे.
यह परिवार रिहायशी इलाके में निवासरत है, लेकिन जीवन अंधेरी दुनिया में है. बिजली के खंभे घर के बगल में हैं, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से इस परिवार ने कभी बिजली का कनेक्शन नहीं लगवाया. न ही किसी जिम्मेदार ने इसकी सुध ली, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ इन्हें मिल सके. मुंगेली जिले के नवागांव जैत का उमाशंकर का परिवार कई पीढ़ियों से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. क्या इसे सिस्टम की फेल्योर मान लिया जाए या फिर बिजली विभाग की उदासीनता कहा जाए.
तीनबत्ती फ्री कनेक्शन का भी नहीं मिल रहा लाभ
सरकार गरीबों को तीनबत्ती तक फ्री विद्युत कनेक्शन देने की दावा करती है. शायद यह दावा भी इस घर के अंदर नहीं पहुंच सका. इधर परिवार ने आर्थिक मजबूरी के चलते बिजली बिल अदा नहीं कर सकने के कारण आज तक बिजली कनेक्शन घर में लगाने की जहमत नहीं उठाई. मिट्टी तेल की चिमनी जलाकर जीवन यापन कर रहे, मगर अब केरोसिन भी महंगी हो गई है.
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