रवि गोयल. जांजगीर-चाम्पा. जिले के ग्राम पंचायत जमगहन में लाखों रुपए की लागत से खूब बड़ा टंकी बनकर तैयार हो गया है. मगर इसके बावजूद जमगहन के लोग गर्मी के दिनों में हर साल बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं. गांव में पानी की जमकर किल्लत है. ग्रामीणों का कहना है कि 14 लाख रूपये से अधिक की लागत लगाकर गांव में पानी टंकी बना दिया गया है. मगर पांच सालों से टंकी में पानी नहीं भरा गया. टंकी का पानी लोगों के घर तक पाइप लाइन से पहुँचता नहीं है. जमगहन के ग्रामीण पांच सालों से परेशान हैं कि आखिर कृपा कहाँ रुकी हुई है…?
ग्रामीणों ने कहा कि जब टंकी से लोगों तक पानी पहुँच ही नहीं रहा है तो इस टंकी निर्माण का क्या औचित्य है. निर्माण के नाम पर अधिकारी मिलकर केवल पैसे डकार रहे हैं. इस टंकी के निर्माण में भी ऐसा ही हुआ है. ग्रामीणों ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि टंकी बना देने से ही लोगों को पानी नहीं मिल जाता. पाइप लाइन बिछाना पड़ता है. टंकी से घर-घर पानी पहुँचने में जाने क्यों अब तक क्या रोड़ा है…? यह बात तो जमगहन के लोगों के लिए पांच साल से समझ से परे है.
ग्रामीणों ने कहा कि गर्मी के इन शरुआती दिनों में ही पानी के लिए भारी जद्दोजहद करना पड़ रहा है. दूर-दूर तक दूसरे के बोरवेल्स से पानी मांगकर लाना पड़ता है. गर्मी बढ़ते ही हर साल गांव में पानी की खूब किल्लत होती है. गांव के प्रतिनिधि एसी-कूलर लगाकर घर में सोये रहते हैं. इधर गांव के आमजन दोपहर की कड़ी धूप में पानी के लिए भटकते रहते हैं. आपको बता दें कि जमगहन के आसपास के गांव किरारी, पोता और कई गांवों के लोग हर साल पानी के लिए त्राहि-त्राहि करते फिरते हैं.