नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) (आईडीवाई) के अवसर पर कर्नाटक के मैसूर पैलेस ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘योग जीवन जीने का एक तरीका बन गया है।’ देश के 75 ऐतिहासिक केंद्रों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
2015 से, हर साल 21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) (आईडीवाई) मनाया जाता है. इस साल के योग दिवस का विषय ‘मानवता के लिए योग’ है. इस मौके पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने कहा कि मैसूर जैसे भारत के आध्यात्मिक केंद्रों द्वारा सदियों से पोषित की गई योग ऊर्जा आज वैश्विक स्वास्थ्य को दिशा दे रही है. आज योग वैश्विक सहयोग का आधार बनता जा रहा है और मानव जाति को स्वस्थ जीवन प्रदान कर रहा है.
मोदी ने कहा, “आज हम देखते हैं कि योग घरों से निकलकर पूरे विश्व में फैल गया है और यह आध्यात्मिक अनुभूति की तस्वीर है, यह प्राकृतिक और साझा मानव चेतना की तस्वीर है. योग अब एक वैश्विक त्योहार बन गया है. योग किसी व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए है, इसलिए इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) की थीम है- ‘मानवता के लिए योग’ है.” पीएम मोदी ने योग दिवस को विश्व स्तर पर नई पहचान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और सभी देशों को धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा, “योग हमारे लिए शांति लाता है. योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है. योग हमारे समाज में शांति लाता है. योग हमारे राष्ट्रों और दुनिया में शांति लाता है. योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है. यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से शुरू होता है. ब्रह्मांड हमसे शुरू होता है, और योग हमें अपने भीतर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता की भावना पैदा करता है.” प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की, कि भारत ऐसे समय में योग दिवस मना रहा है, जब देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष, अमृत महोत्सव का जश्न मना रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, “भारत के ऐतिहासिक स्थलों पर सामूहिक योग का अनुभव भारत के अतीत, भारत की विविधता और भारत के विस्तार को एक साथ जोड़ने जैसा है.” पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, “दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ, सूर्य की गति के साथ, लोग योग कर रहे. योग की ये अनादि यात्रा अनंत भविष्य की दिशा में ऐसे ही चलती रहेगी. हम एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे.” मोदी ने कहा कि योग हमारे लिए केवल जीवन का हिस्सा नहीं है, आज यह जीवन का एक जीने का तरीका बन गया है. उन्होंने कहा कि योग को किसी विशेष समय और स्थान तक सीमित करने की आवश्यकता नहीं है.
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