पुरोषतम पात्रा गरियाबंद. सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए बड़े बड़े दावे किये जा रहे है लेकिन धरातर पर उस पर हमल नहीं किया जाता है. विपक्ष भी इस खामी को लेकर लगातार सरकार को घेरते रहा है. लेकिन इस बीच किसी ने यह जहमत नहीं उठाई की क्या शिक्षा सुधार के लिए सिर्फ सरकार पर ही निर्भर रहना ठीक है. क्या इसके जिम्मेंदार विपक्ष सहित आम लोगो की नही है. सिर्फ इतना कहना ही काफी है कि सरकार शिक्षा में सुधार के लिए कुछ नही कर रही है.
लोगो की विचारधारा को बदला है स्कूल की साफ सफाई करने वाले स्वीपर ने. इस स्वीपर ने जब देखा की स्कूल में छात्र ज्यादा है और उन्हें पढ़ाने वाला मात्र एक शिक्षक है, तो उससे रहा नही गया. इसके लिए उसने सरकार को दोष न देते हुए समस्या का समाधान करने का बीड़ा उठाया और खुद ही स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक की भूमिका में आ गया.
12वीं पास है राजूराम
स्वीपर के बाद शिक्षक की भूमिका निभाने वाले इस सख्स का नाम है राजूराम यादव. जो की देवभोग विकासखंड के दीवानमुडा मिडिल स्कूल में कार्यरत है. 12वीं पास राजूराम पिछले कई महीने से तीनों कक्षाओं में समाजिक विज्ञान, हिन्दी और संस्कृत विषय पढ़ा रहे है. राजूराम का पढ़ाने का अंदाज इतना अच्छा है कि स्कूल के बच्चें भी तीनो विषय बड़ी ही रूचि के साथ पढ़ते है.
पढ़ाने के तरीके से बच्चे है खुश
स्कूली बच्चों की माने तो राजूराम के पढ़ने के तरीके से वे काफी खुश है और यही कारण है कि वे राजराम की क्लास में मन लगाकर पढ़ते है.
तारीफ करते नही थकते शिक्षक
स्कूल के शिक्षक चंद्रशेखर भी राजूराम के एक काम से काफी खुश है. वे राजूराम की तारीफ करते नहीं थकते है. उनका कहना है कि राजूराम बहुत ही अच्छे तरीके से बच्चों का पढ़ा रहे है.