
वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिए अपने ऐतिहासिक फैसले में 50 साल पुराने रो बनाम वेड फैसले को पलटते हुए महिलाओं को मिले गर्भपात के संवैधानिक संरक्षण को समाप्त कर दिया है. इस फैसले से लगभग आधे राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगने की उम्मीद है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमेरिका दो मतों में पूरी तरह से बंट गया है, यहां तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना की है.
न्यायमूर्ति सैमुअल अलिटो के एक मसौदा राय के लीक होने के करीबन एक महीने बाद यह फैसला आया है. इसमें न्यायाधीश की यह राय सार्वजनिक हो गई थी कि अदालत गर्भपात को मिले संवैधानिक संरक्षण को खत्म कर सकती है. इस बात के सामने आते ही गर्भपात के समर्थन में खड़े लोगों ने विरोध जताया था. दरअसल, 1973 के रो बनाम वेड फैसले में कहा गया था कि गर्भपात कराना या न कराना, यह तय करना महिलाओं का अधिकार है. इससे अमेरिका में महिलाओं को सुरक्षित गर्भपात का अधिकार मिल गया था.
गर्भपात पर लगेगा पूर्ण प्रतिबंध
दरअसल, अमेरिका में महिलाओं को गर्भपात कराने का हक दिया जाए या फिर नहीं. इस मुद्दे पर काफी समय से विवाद छिड़ा हुआ था. गर्भपात के अधिकार की मांग कर रहे लोगों ने बीते दिनों कई शहरों में प्रदर्शन किया था. गर्भपात देशभर में महिलाओं के लिए एक कानूनी विकल्प बना रहे, यह सुनिश्चत करने के लिए नागरिकों ने इसके समर्थन में लड़ाई जारी रखने का संकल्प भी लिया था. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला अमेरिकी महिलाओं के जीवन को बदल देगा. देश के लगभग आधे हिस्सों में गर्भपात पर करीब-करीब पूर्ण प्रतिबंध लागू हो जाएगा.

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