राकेश चतुर्वेदी,भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 13 जुलाई को होगा. इससे पहले ही कांग्रेस ने कहा कि विधायकों की तरह पार्षद-सदस्यों को भी खरीदने का प्रयास होगा. लेकिन ऑपरेशन लोटस सड़ा हुआ फूल साबित होगा. यह आरोप सीधे-सीधे बीजेपी पर था. जिस पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस ने ख़ुद भ्रष्टाचार के साथ पूरी सरकार चलाई. हमें ऑपरेशन लोटस की कोई ज़रूरत नहीं है.
दरअसल नगर पालिका और नगर परिषद में अध्यक्ष बनाने के लिए मंत्री-विधायक जुटेंगे. जिला पंचायत, जनपद पंचायतों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा. निकाय चुनाव में झंडा बुलंद करने की अपनी-अपनी तैयारी में जुट हुए हैं. बीजेपी ने मंत्रियों को समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी है कि विधायकों के समन्वय से अध्यक्ष चुनेंगे. कांग्रेस ने विधायक और प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंपी है. विधायकों के साथ जिला और संभाग प्रभारियों को जिम्मेदारी दी गई है.
कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि निकाय और पंचायतों के अध्यक्ष के लिए हर तरह का प्रयास होगा. इनको भी खरीदने का प्रयास होगा. लेकिन कमलनाथ की रणनीति इस बार अलग ही है. ऑपरेशन लोटस सड़ा हुआ फूल साबित होगा. बता दें कि बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए ऑपरेशन लोटस चलाया था.
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस ने ख़ुद भ्रष्टाचार के साथ पूरी सरकार चलाई है. ये सब चीज़ें वो ख़ुद करते हैं, इसलिए उन्हें लगता है कि कोई और भी करेगा. बीजेपी कार्यकर्ताओं से कमलनाथ डर चुके हैं, उन्हें सपने में भी मुख्यमंत्री आते हैं. हमें ऑपरेशन लोटस की कोई ज़रूरत नहीं है. हमारा दावा है कि सभी जगह पंचायत चुनावों में भी बीजेपी के तरफ़ ही रुझान होंगे. इनके डर के कारण इन्हें सपने में ऑपरेशन लोटस नजर आता है. हार के कारण कांग्रेस पूरी तरह से डर चुकी है.
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