ग्वालियर। मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव के पहले चरण की मतगणना रविवार को हुई। केंद्रीय मंत्री सिंधिया और तोमर अपना किला नहीं बचा सके। ग्वालियर से कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी शोभा सिकरवार ने BJP प्रत्याशी सुमन शर्मा को 28805 वोटों से शिकस्त दी है। बीजेपी की सुमन शर्मा को 206349 मत मिले, जबकि कांग्रेस की शोभा सिकरवार को 235154 वोट मिले। AAP रुचि गुप्ता को सिर्फ 45762 वोट ही मिले।
कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. शोभा सतीश सिकरवार
राजनीतिक कैरियर- 2004 में पहली बार पार्षद चुनी गई, इस तरह तीन बार लगातार नगर निगम में पार्षद रही और एमआईसी सदस्य भी रही. शिक्षा-पीएचडी उपाधि हासिल की है. इस बार की नगरीय निकाय चुनाव में बतौर महापौर प्रत्याशी डॉ शोभा सतीश सिकरवार ने भारतीय जनता पार्टी के जीत के समीकरण को बिगाड़ा है, क्योंकि सतीश सिकरवार कांग्रेस से विधायक हैं और उनकी छवि स्वच्छ और अच्छी है.
जनता के बीच सीधी पकड़ होने के चलते शोभा सिकरवार को इसका फायदा मिल सकता है, कांग्रेस ने दावा किया था कि इस बार वह 57 साल का इतिहास बदलते हुए महापौर की सीट पर काबिज होगी. कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी डॉ शोभा सतीश सिकरवार कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार की पत्नी है, विधायक सिकरवार ग्वालियर पूर्व विधानसभा से आते हैं.
इन्होंने कट्टर सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल को उपचुनाव में के दौरान हराया था. इसके पहले तक विधायक सतीश सिकरवार का परिवार भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ता आया है, लेकिन उपचुनाव के बाद बदले समीकरण के साथ सतीश सिकरवार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था और उपचुनाव के दौरान कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज की है.
BJP मेयर प्रत्याशी सुमन शर्मा-
राजनीतिक कैरियर
60 वर्षीय सुमन शर्मा 38 सालसे भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय सदस्य हैं. संगठन से लम्बे समय से जुड़ी हैं, वे पूर्व जिला मंत्री, केआरजी कॉलेज की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष रही. ये दायित्व उनेक पास 2005 से 2011 तक लगातार, 2006 से 2012 तक प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रही हैं. भाजपा महिला मोर्चा की 2016 से लगातार प्रदेश मंत्री हैं. इसके अलावा पार्टी ने इन्हें चुनावों में ग्वालियर चम्बल संभाग के अलावा दूसरी जगह भी प्रभारी बनाकर भी भेजा है.
सुमन शर्मा ने फिल्म सेंसर बोरस की सलाहकार समिति सदस्य रही हैं. मध्य भारत खाड़ी संघ रही है, संस्थाओं के ससदय और पदाधिकारी रही है. हालाँकि उन्होंने 2001 -02 में वार्ड क्रमांक 10 से पार्षद का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थी. लगभग 38 साल से राजनीति में सक्रिय सुमन शर्मा दो दशक बाद फिर से चुनाव मैदान में है. सुमन शर्मा के ससुर डॉ धर्मवीर ग्वालियर और मध्य प्रदेश का एक बड़ा नाम रहे हैं. 1984 में ग्वालियर के महापौर रहे , 1985 से 1993 तक लगातार विधायक रहे.
नगर निगम 66 वार्डों के परिणाम
BJP- 31
CONG- 27+02(निर्दलीय को समर्थन दिया था)=29
निर्दलीय- 05
BSP- 01
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