शरद पाठक,छिंदवाड़ा। मप्र के छिंदवाड़ा जिले के वेस्टर्न कोलफील्ड्स पेंच एरिया में रावनवाड़ा की 14-15 नंबर बंद कोयला खदान में मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई. हादसा अवैध रूप से कोयले की खुदाई के दौरान हुआ. खदान में जहरीली गैस की चपेट में आने से हादसा होने की आशंका है. सुरंग छोटी होने की वजह से दोनों के शव अभी तक अंदर ही पड़े हुए है. उनके शव बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है.

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जानकारी के मुताबिक हर्रई स्कूल के समीप के निवासी 50 वर्षीय विक्रम धुर्वे और हर्रई ढाना निवासी 40 वर्षीय राजेश कुमरे रात को खुदाई का सामान लेकर निकले थे. सुबह जब वे घर नहीं लौटे तो राजेश कुमरे का भाई कमलेश दोनों की तलाश में निकला. रावनवाड़ा 14-15 की बंद कोयला खदान की चट्टानों में बनाई गई सुरंग के किनारे जूते और कपड़े रखे मिले. वह सुरंग से अंदर गया, तो पांच सौ मीटर दूर दोनों के सिर दिखाई दिए. दोनों की मौत हो चुकी थी.

घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस और वेकोलि की रेस्क्यू टीम घटना स्थल पर पहुंची. टीम ने मौके का निरीक्षण किया. पुरानी खदान में चट्टानों में बनाई गई सुरंग का रास्ता इतना छोटा था. उसमें उपकरण लेकर जाना संभव नहीं था. टीम का कहना है कि उपकरणों के बिना अंदर नहीं जाया जा सकता है. शव को खदान के अंदर से बाहर निकालने के लिए कमलेश, राजकुमार और हेमंत अंदर गए, मगर गैस के कारण वे भी शवों को बाहर नहीं ला सके.

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एसडीओपी परासिया अनिल शुक्ला का कहना है कि खदान में घुसने की जगह छोटी होने से रेस्क्यू अभियान नहीं चलाया जा सका. अंदर केवल लेटकर घिसटते हुए ही जाना संभव था. रेस्क्यू उपकरण नहीं होने से स्थानीय युवकों की मदद ली गई. ये प्रयास भी सफल नहीं हुआ. नतीजे अभी तक दोनो शव खदान के अंदर ही हैं. उन्हें बाहर निकालने के प्रयास चल रहे हैं. घटनास्थल पर माइंस रेस्क्यू टीम और पुलिस मौजूद है.

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