स्पोर्ट्स डेस्क- पिछले कुछ दिन से क्रिकेटर मोहम्मद शमी की लाइफ परेशानियों के बीच गुजर रही थी। चारो ओर से बस आरोप ही आरोप लग रहे थे। लेकिन अब इस बीच एक ऐसी खबर आई है, जो निश्चित तौर पर मोहम्मद शमी के लिए कुछ राहत भरी है। तो वहीं उनके फैंस के लिए भी अच्छी खबर है। बीसीसीआई ने टीम इंडिया के इस तेज गेंदबाज को बड़ी राहत दी है।
बीसीसीआई ने दी क्लीन चिट
मोहम्मद शमी पर भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद बीसीसीआई ने अभी हाल ही में जब टीम इंडिया के क्रिकेटरों की सालाना कॉन्टैक्ट लिस्ट का ऐलान किया तो उसमें शमी के नाम को रोक लिया गया था। जिसके बाद से और सवाल खड़े होने लगे थे कि क्या बीसीसीआई ने भी तमाम आरोपों के बाद सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से शमी को बाहर कर दिया है। लेकिन ऐसा नहीं था, बीसीसीआई ने बकायदा मोहम्मद शमी पर लगे आरोपों की जांच कराई, जहां बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी को भ्रष्टाचार के आरोपों से क्लीन चिट दे दी। मतलब साफ है कि बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच फिक्सिंग के आरोप को खारिज कर दिया। जो मोहम्मद शमी के लिए इस मुश्किल दौर में किसी अमृत से कम नहीं है।
बीसीसीआई ने इस ग्रेड में किया शामिल
जांच के बाद क्लीन चिट मिलने के बाद बीसीसीआई ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी को बी ग्रेड में शामिल किया है। इस ग्रेड में मोहम्मद शमी को 3 करोड़ रुपए सलाना मिलेंगे।
आईपीएल में खेलने को फ्री
मोहम्मद शमी पर तमाम आरोप लगने के बाद अगले महीने से शुरू होने जा रहा इंडियन प्रीमियर लीग में उनके खेलने पर सस्पेंस मंडराने लगा था। लेकिन अब जब बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग के आरोपों में मोहम्मद शमी को क्लीन चिट दे दी है। और उन्हें सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह भी दे दी है। इसके बाद वो आईपीएल सीजन-11 में भी खेलने को फ्री हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स में हैं शमी
स्टार क्रिकेटर मोहम्मद शमी आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में हैं। और जल्द ही वो दिल्ली डेयरडेविल्स के अभ्यास शिविर से भी जुड़ेंगे। खबर के मुताबिक मोहम्मद शमी तमाम विवादों को भुलाकर पहले ही आईपीएल के आगामी सीजन के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी थीं। इससे पहले गाजियाबाद में मोहम्मद शमी ने जमकर अभ्यास किया है।
फिक्सिंग का आरोप सही नहीं
दरअसल शमी की पत्नी हसीन जहां ने मोहम्मद शमी पर घरेलू हिंसा समेत मैच फिक्सिंग के गंभीर आरोप लगाए थे। जहां ये कहा की कि उन्होंने पाकिस्तानी महिला अलिश्बा के जरिए मोहम्मद भाई से पैसे लिए थे। जिसके बाद बीसीसीआई ने शमी पर लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच कराई थी। और जांच कमेटी के मुताबिक क्रिकेटर शमी पर लगे फिक्सिंग के आरोप सही नहीं हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने बीसीसीआई एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख नीरज कुमार से मोहम्मद शमी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए कहा था, जिसमें जांच के बाद नीरज कुमार ने अपनी रिपोर्ट सीओए को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर सीओए का मानना है कि इस मामले में अब बीसीसीआई एंटी करप्शन कोड के तहत आगे किसी भी तरह की कार्रवाई की जरूरत नहीं है।