निशा मसीह,रायगढ़. चुनाव नजदीक आते ही अब समाजवाद भी जोर पकड़ने लगा है. रायगढ़ विधानसभा सीट में इस बार जातिगत समीकरण को देखते हुए कोलता समाज के लोग भी टिकट पर जोर अजमाईश कर रहे हैं. इस विधानसभा सीट में पूर्वाचंल क्षेत्र के अलावा सरिया और पुसौर क्षेत्र में कोलता समुदाय के लोगों की जनसंख्या अधिक है और हर बार हार जीत का फैसला इन्हीं के वोटों से होता है. कांग्रेस और भाजपा से जुड़े कोलता समाज के लोग अब यह कह रहे हैं कि हाईकमान के सामने इस बात को लेकर वे टिकट की मांग करेंगे कि उनके समुदाय में से किसी एक को इस सीट से टिकट दिया जाए.

इनका मानना है कि पिछले कई समय से कोलता समाज के लोगों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है. इसलिए अब वे एकसाथ मिलकर अपने समाज का प्रतिनिधित्व वाला नेता चाहते हैं और इसके लिए दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सोचना चाहिए. समाज के लोगों का कहना है कि सरिया, पुसौर व पूर्वांचल के कोतरलिया, जामंगा, बनोरा, महापल्ली में हजारों की संख्या में कोलता समाज के लोग रहते हैं. इसलिए उन्हें अनदेखा न करे और आगामी चुनाव के लिए कोलता समाज से प्रत्याशी को टिकट दे.