पुरुषोत्तम पात्रा. गरियाबंद. खबर की शीर्षक पढ़कर आप भी जरुर हँस पड़े होंगे. मगर यह सौ फीसदी सच वाकया छुरा विकासखंड के लोहझर ग्राम पंचायत की है. इस गांव में तीन महिलाओं का नाम हीरोबाई है.  अधिकारियों की लापरवाही के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही बुजुर्ग महिला हीरोबाई के खाते में पैसा आया ही नहीं. हीरोबाई का खाता जीरो का जीरो रह गया. मगर हितग्राही हीरोबाई का पैसा दूसरे हीरोबाई के खाते में चला गया. अब बुजुर्ग हीरोबाई दर-दर भटक कर अधिकारियों से गुहार लगा रही है. हीरोबाई विनती कर-कर बता रही है कि पीएम आवास योजना का असली हितग्राही वह है. उसे अभी तक पैसा नहीं मिला है.

इधर जब लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता ने लोहझर पंचायत के सचिव से इस संबंध में विस्तृत बातचीत की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. सचिव ने बताया कि हीरोबाई के नाम से गॉव में तीन महिलाएं हैं. जिसके कारण असली हितग्राही हीरोबाई का पैसा दूसरी हीरोबाई के खाते में चला गया है. जिसके चलते असली हितग्राही हीरोबाई का घर नही बन सका और उसकी जगह दूसरी हीरोबाई का घर बन गया है.

अब ये वास्तव में गलती से हुआ या फिर जिम्मेदारों ने जानबूझकर किया है ये तो जॉच के बाद ही पता चल सकेगा. हालांकि जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आये. वही बुजुर्ग हीरोबाई का कहना है कि पक्का घर नही बनने से उसे बहुत परेशानी हो रही है. बरसात के दिनों में घर चारों तरफ से टपकना शुरु हो जाता है तो उसे दूसरों के घर में रात गुजारनी पड़ती है. हीरोबाई ने बताया कि अपने पीएम आवास के लिए वह कई बार पंचायत प्रतिनिधियों के चक्कर काट चुकी है मगर हर बार उसे झूठे आश्वासन देकर वापिस भेज दिया जाता है.