भोपाल, मप्र। नक्सलियों की 7 गोली सीने पर खाने वाले जवान मनोज तोमर नारकीय जीवन जीवन जी रहे हैं. वे आंत की समस्या से जूझ रहे हैं. कल जब लल्लूराम डॉट कॉम ने जवान को न्याय दिलाने के लिए अभियान चलाया, तो इसे हर किसी का सपोर्ट मिला. अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि मध्यप्रदेश सरकार जवान मनोज तोमर का इलाज दिल्ली एम्स में कराएगी.

कल भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने न सिर्फ मनोज को दस लाख की मदद देने की घोषणा कर दी थी, बल्कि मुरैना कलेक्टर को निर्देशित भी किया कि जवान मनोज को पूरी तरह से मदद दी जाए.

बता दें कि 2014 में छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली मुठभेड़ में घायल सीआरपीएफ़ जवान मनोज सिंह तोमर पिछले चार साल से अपनी आंत पॉलीथीन में रखकर इलाज करवाने की उम्मीद शासन-प्रशासन से कर रहे हैं. मुठभेड़ में मनोज की जान तो बच गई थी, लेकिन आंत बाहर ही रही, जिसे वे पॉलीथिन से बांधकर नरक की तरह जीवन जी रहे हैं.

गौरतलब है कि कल लल्लूराम डॉट कॉम ने जवान मनोज तोमर को इंसाफ दिलाने के लिए एक मुहिम चलाई थी, जिसके बाद छत्तीसगढ़ कैडर के सीनियर आईएएस आफिसर सोनमणि बोरा ने तुरंत मामले पर संज्ञान लिया था. उन्होंने न सिर्फ सोशल मीडिया पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को जवान की हालत से अवगत कराया, बल्कि उनसे जवान की मदद की अपील भी की. एक सीनियर आईएएस अफसर के मामला उठाने के बाद प्रशासन हरकत में आया औऱ सीआरपीएफ के डीजी से लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री तक शाम होते-होते जवान मनोज तोमर की मदद के लिए सामने आए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तो मनोज तोमर के भाई को सरकारी नौकरी तक देने का ऐलान कर दिया.