रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के नाम एक चिट्ठी लिखी है. उन्होंने इसमें वेदांता कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना के संबंध में स्पष्टीकरण की मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस अस्पताल के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 3 नवंबर 2011 को उपरवारा खपरी में 50 एकड़ जमीन सिर्फ 1 रुपए प्रतिवर्ष की टोकन राशि में इसलिए दी थी कि यहां गरीबों का निःशुल्क इलाज होगा. लेकिन अचानक अस्पताल के लोकार्पण के पहले राज्य सरकार द्वारा अस्पताल के साथ पहले हुए समझौते को निरस्त कर दिया गया और हॉस्पिटल को व्यावसायिक बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई.

टी एस सिंहदेव ने सवाल उठाया कि वेदांता कैंसर अस्पताल के संबंध में काफी भ्रामक परिस्थितियां बनी हैं और सरकार को इस प्रक्रिया में पारदर्शिता लाते हुए स्थिति को स्पष्ट और सार्वजनिक करना चाहिए.

उन्होंने सवाल किया है कि वेदांता कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान संस्थान का निर्माण और यहां स्थापित मशीनें और उपकरण बालको सीएसआर पद से स्थापित किए गए हैं या फिर नहीं, ये भी स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि समझौता रद्द होने से अब गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने की सुविधा नहीं मिल सकेगी.

टी एस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री से मांग की कि गरीबों के मुफ्त इलाज की शर्त को यथावत रखा जाए साथ ही सीएसआर मद से अस्पताल के निर्माण की जानकारी भी शासन स्तर से सार्वजनिक किया जाए.

आखिर में उन्होंने सीएम रमन सिंह को संबोधित करते हुए लिखा है कि ‘आशा करता हूं कि जनभावनाओं और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की चिंता को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के गरीबों और जनसामान्य के हितों की रक्षा के लिए तत्काल यथोचित निर्णय लेना चाहेंगे’.