रवि गोयल,जांजगीर. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लगातार भारी मात्रा में ब्लैक लिस्टेड कम्पनियों की दवाई का इस्तेमाल किया जा रहा था. जिसकी स्वस्थ्य विभाग को भनक तक नहीं लगी. अब मामला प्रकाश में आने के बाद आनन-फानन में ड्रग विभाग ने सभी सरकारी अस्पताल में छापेमार कार्रवाई को अंजाम देते हुए भारी मात्रा में ब्लैक लिस्टेड कम्पनी की दवाईयों को जब्त किया है.
चांपा जिले में ड्रग विभाग के द्वारा सरकारी अस्पतालों में छापामार कार्रवाई की गई है. जिसमें शासन द्वारा ब्लैकलिस्ट की गई कंपनी की दवाईयां भारी मात्रा में पाई गई. कंपनी हिमाचल प्रदेश की बताई जा रही है.
अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई उनके द्वारा शासकीय अवकाश होने का बहाना बनाते हुए जानकारी देने से मना कर दिया गया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में हिमाचल प्रदेश की ब्लैक लिस्टेड कंपनी की डाईक्लोफेनिक सोडियम इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा था. ड्रग विभाग द्वारा करीब 57000 इंजेक्शन दवाइयों को जप्त किया गया है, जिसमें से करीब 2 से 3 हजार इंजेक्शन का उपयोग किया भी जा चुका है.
वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, विभाग के द्वारा लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा था. इस बड़ी लापरवाही को छिपाने के लिए कल की गई कार्यवाही को ड्रग विभाग और स्वास्थ विभाग के द्वारा गोपनीय रखा गया था. लेकिन आज यह मामला मीडिया में आने के बाद सार्वजनिक हो गया.