नई दिल्ली. ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को एक बार फिर इतिहास रच दिया. नीरज डायमंड लीग मीट के लुसाने चरण का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए. इसी के साथ वह सात और आठ सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में भी पहुंच गए हैं. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय है. साथ ही उन्होंने हंगरी के बुडापेस्ट में 2023 में होने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है.

24 साल के नीरज चोपड़ा ने इस खिताब को हासिल करने के लिए पहले प्रयास में भाला 89.08 मीटर दूर फेंका. यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है. वह चोट के कारण बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग नहीं ले पाए थे. हरियाणा के पानीपत के रहने वाले चोपड़ा डायमंड लीग का कोई खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने हैं. चोपड़ा से पहले चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा डायमंड लीग मीट के शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय हैं.

15 साल की लिंथोई ने ऐतिहासिक जूडो गोल्ड मेडल जीता
भारत की लिंथोई चानाम्बाम ने बोस्निया-हर्जेगोविना के साराजेवो में विश्व कैडेट जूडो चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता. लिंथोई टूर्नामेंट में किसी भी आयु वर्ग में पदक जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन गई. मणिपुर की 15 साल की खिलाड़ी ने ब्राजील की बियांका रेस को पछाड़कर महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में शीर्ष स्थान हासिल किया. भारतीय खेल प्राधिकरण ने इस युवा एथलीट की उपलब्धि की जानकारी दी.