रायपुर। वामपंथी उग्रवाद पर कसावट बीते आठ सालों में मोदी सरकार ने किया. नक्सल घटनाओं में कमी, मौतों में कमी हुई. वामपंथी कुछ ज़िलों में सिमटकर रह गए हैं. छत्तीसगढ़ में भी सरकार बदल दो, चुटकी में नक्सलवाद का सफ़ाया हो जाएगा. यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दीन दयाल ऑडिटोरियम में ‘मोदी@20 ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक पर आयोजित सेमिनार में कही.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के 20 सालों के कार्य को समेटते हुए कुछ लोगों ने अपने विचार रखे गए हैं, जिसे पुस्तक की शक्ल दी गई है. मोदी का नाम और काम देश की जनता को बताने की कोई ज़रूरत नहीं. मोदी को हर व्यक्ति ने अपने नज़रिए से देखा है. मोदी किसी गरीब की परेशानियों को समाप्त करने वाला व्यक्ति दिखता है. किसी को दृढ़ इच्छा शक्ति से दुश्मनों को जवाब देना वाला नज़र आता है. युवाओं को ताक़त का रास्ता बताने वाला मार्गदर्शक दिखाई पड़ता है. अनेक रूप में अनेक लोगों ने देखा है.

नरेंद्र मोदी के पचास साल के सार्वजनिक जीवन को एक किताब में बांध पाना आसान नहीं है. एक कार्यकर्ता के नाते इस किताब में मैंने भी एक आर्टिकल लिखा है. देश के लाखों युवा यदि इस किताब के रास्ते पर चलते हैं, तो देश का भला हो जाएगा.

अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी को जब भी देखोगे एक आदर्शवादी नेता नज़र आएगा. मोदी ग्रेट लिशनर हैं. वह लोगों को घंटों सुनते हैं. उनके सोचने की दिशा ऊर्ध्व गति की ओर जाती है. नरेंद्र मोदी संवेदनशील व्यक्ति हैं. इसलिए देश कोरोना के संकट से बाहर आया है. हेल्थ इंफ़्रास्ट्रकचर भारत में था ही नहीं, लेकिन मोदी ने वैज्ञानिकों की टीम बना दी कि भारत में वैक्सीन बनना चाहिए. दुनिया में कम ही देश थे जिन्होंने टीका बनाया. भारत भी उनमें एक है. मोदी ने देश से अपील की कि जनता कर्फ़्यू है, कोई भी बाहर नहीं निकलेगा. पूरा देश अंदर रहा. लाल बहादुर शास्त्री के आह्वान पर लोगों ने एक वक़्त का खाना छोड़ दिया था, उनके बाद प्रधानमंत्री मोदी हैं, जिनके कहने पर देश को भरोसा होता है.

उन्होंने कहा कि 2010 से 2014 का एक कालखंड आया था, जब देश परेशान था. मनमोहन सिंह की सरकार थी, लेकिन चलाती सोनिया गांधी थी. देश का भविष्य धुँधला सा हो गया था. सारे सूचकांक पर देश पिछड़ रहा था. उस वक्त नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में खड़ा किया गया. दो-तिहाई बहुमत के साथ तीस साल बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. मोदी जब प्रधानमंत्री बने तब तीन नासूर थे. परिवारवाद, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण. सारी राजनीतिक पार्टियाँ इसमें लिप्त थी. आठ साल के शासन में विपक्ष भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता. देश की जनता आज पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस मांगती है.

लंबे समय तक मोदी के साथ निकट से जुड़े रहे शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में कई अहम बदलाव हुए हैं. साठ करोड़ लोग थे जिनके घर बिजली नहीं था, गैस नहीं था. शौचालय नहीं था. कई करोड़ ऐसे लोग थे जिनके पास घर ही नहीं थे. ये सारी सुविधाएँ नरेंद्र मोदी नाम के व्यक्ति के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों को मिली. मोदी ने ग़रीबी को देखा है, अनुभव किया है. मन में टीस थी कि जो दुःख उन्होंने झेला है देश में कोई ना झेले. प्रधानमंत्री बनकर उन्होंने असंभव को संभव किया.

उन्होंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए दो राष्ट्रपति तय करने का मौक़ा मिला. एक बार दलित वर्ग से रामनाथ कोविंद मिले और दूसरी बार आदिवासी वर्ग से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया. छत्तीसगढ़ समेत देश का आदिवासी इस पर गौरव कर रहा है. 75 सालों में कभी देश को आदिवासी राष्ट्रपति नहीं दिया गया था. सालों से पाकिस्तान जवानों का सिर काटता रहा, लेकिन मोदी प्रधानमंत्री बने ऊरी और पुलवामा किया. इजराइल और अमेरिका के बाद किसी के घर में घुसकर जवाब देना भारत ने मोदी के आने के बाद सीख लिया.

उन्होंने कहा कि मोदी जब बड़े निर्णय करते हैं राहुल बाबा फ़ौरन ट्वीटर पर आ जाते हैं. तीन-चार ट्वीट ठोक देते हैं. सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक हो, नोटबंदी हो, जीएसटी हो ये सारे बड़े फ़ैसले नरेंद्र मोदी ने देश हित में लिया है. नरेंद्र मोदी जब मेक इन इंडिया की बात कहते थे राहुल बाबा हंसते थे. आज भारत दुनिया का बड़ा उत्पादन का हब बन रहा है. भारत स्टार्टअप का हब बन रहा है. धारा 370, 35-ए को ख़त्म किया, तीन तलाक़ बंद किया, वन रैंक पेंशन शुरू किया. बग़ैर विवाद रामजन्मभूमि पर गगन चुंबी राम मंदिर बन रहा है.

इस अवसर पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि आज सुबह पेपर देखा. ये गौरवान्वित करने वाला समाचार था कि प्रधानमंत्री फिर बने विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता. दुनिया के 75 फ़ीसदी लोगों ने मोदी की लोकप्रियता पर मुहर लगाई है. यह किताब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीस सालों के कार्यों का लेखा-जोखा है. मोदी के बारे में बात करने के लिए अमित शाह से बेहतर आदमी नहीं मिलेगा. इन बीस सालों में शाह मोदी के साथ हर वक़्त रहे. वडनगर से हाथ में झोला उठाकर निकले छोटी उम्र के मोदी भी देश को विश्व गुरु बनाने का सपना देखते थे.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जिस तरह से देश के इतिहास का आँकलन करते हैं ठीक उसी तरह मोदी के पूर्व और मोदी के बाद के बदलाव की तुलना की जा रही है. पॉलिटिक्स फ़ॉर रिफ़ॉर्म, पॉलिटिक्स फ़ॉर डेवलपमेंट के रास्ते देश आगे बढ़ रहा है. मोदी @20 पुस्तक में अलग-अलग वर्ग के ख़्यातलब्ध लोगों ने अपने आलेख लिखे हैं. कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नबीन, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, सुनील सोनी समेत कई नेता मौजूद थे.

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