Varanasi News. वाराणसी में तेजी से बढ़ रही गंगा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है, जहां निचले इलाकों में पानी आ गया. खतरे को देखते हुए 10,000 से अधिक परिवारों को राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. केंद्रीय जल आयोग के मध्य गंगा संभाग कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार आधी रात के बाद और दोपहर दो बजे तक गंगा का जलस्तर 71.26 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया था. शनिवार को यह 71.54 मीटर के निशान पर बह रही थी.

मिर्जापुर में नदी खतरे के निशान 77.72 मीटर के मुकाबले 77.46 मीटर पर बह रही थी. गंगा का जलस्तर 63 के खतरे के निशान को पार कर गया है. गाजीपुर में 10 मीटर जबकि बलिया में यह 57.61 मीटर के खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है. वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा, “लगभग 10,500 लोगों को वरुणा नदी के साथ निचले इलाकों से स्थानांतरित कर दिया गया है. इनमें से 2,600 ने प्रशासन द्वारा स्थापित 16 बाढ़ राहत शिविरों में शरण ली है, जबकि 6,600 अपनी पसंद के स्थानों पर स्थानांतरित हो गए हैं. लगभग 4,000 घरों में लोग अपने घरेलू सामानों को ऊपरी मंजिलों या सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए मजबूर हो गए हैं.”

इसे भी पढ़ें – बेरहम बाप : खाना परोसने में देरी होने पर पिता ने बेटी को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, अगले महीने होनी थी शादी

गंगा और वरुणा नदी से लगे इलाकों और ग्रामीण इलाकों में स्थिति पर नजर रखने के लिए तीन एडीएम को तैनात किया गया है. एनडीआरएफ और अन्य बचाव दलों को कार्रवाई में लगाया गया है. बाढ़ राहत कार्य में कुल 61 नावें लगी हुई हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी जीवन रक्षक दवाओं और विष-रोधी किटों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय स्थिति पर नजर रखे हुए है.