स्पोर्ट्स डेस्क- महेंन्द्र सिंह धोनी कौन नहीं जानता इस नाम को, क्रिकेट के सबसे बड़े स्टार हैं एम एस धोनी, तो वहीं दुनिया के नंबर-1 मैच फिनिशर, क्रिकेट की इतनी समझ, कि एक भी फैसला गलत नहीं होता, इसीलिए क्रिकेट की दुनिया में सफल भी हैं एम एस धोनी।

आईपीएल सीजन-11 की शुरुआत होने को है। ऐसे में चेन्नई सुपरकिंग्स पर सबकी नजर है, क्योंकि ये टीम स्टार खिलाड़ियों से तो भरी रहती ही है, साथ ही दो साल के बाद वापसी कर रही है, टीम में चैंपियन खिलाड़ी हैं, और एम एस धोनी एक बार फिर से बतौर कप्तान चेन्नई सुपरकिंग्स को लीड कर रहे हैं। मतलब साफ है टीम की कप्तानी तो माही कर ही रहे हैं, लेकिन इस बार इनकी बल्लेबाजी ऑर्डर में  बदलाव हो सकता है।

बदल सकती है बल्लेबाजी ऑर्डर

पिछले कुछ समय से ये चर्चा का विषय रहा है कि माही किस क्रम पर बल्लेबाजी करें, क्योंकि एम एस धोनी ने लंबे समय से मैच फिनिशर की भूमिका निभाई, फिर चाहे वो टीम इंडिया से खेलते हुए हो, या फिर आईपीएल में, अब टीम इंडिया में माही के बल्लेबाजी क्रम को प्रमोट किया गया है। और निचले क्रम पर हार्दिक पंड्या, केदार जाधव जैसे  युवा खिलाड़ियों को आजमाया जा रहा है। अब आईपीएल के सीजन-11 में भी माही की बल्लेबाजी ऑर्डर में बदलाव करने के संकेत उनके कोच ने दे दिए हैं।

टीम के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा है कि कप्तान एम एस धोनी आईपीएल के सीजन-11 में उपरी क्रम में बल्लेबाज के तौर पर अधिक बड़ी भूमिका निभाएंगे। जब फ्लेमिंग से धोनी के बल्लेबाजी ऑर्डर के बारे में पूछा गया, तो फ्लेमिंग ने कहा धोनी ऊपरी क्रम में खेलेंगे, ये मैच की सिचुएशन पर डिपेंड करेगा लेकिन ये पक्का है कि वो बल्लेबाज के तौर पर  अधिक बड़ी भूमिका निभाएंगे।

फ्लेमिंग ने आगे कहा कि हमारे पास कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं केदार जाधव, अंबाती रायडु, जडेजा, ब्रावो, हरभजन सिंह भी योजना में फिट बैठते हैं कर्ण सिंह भी हैं, ये सभी बल्लेबाजी कर लेते हैं। हमारी टीम के पास विकल्प बहुत है।

गौरतलब है कि दो साल के बैन के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम आईपीएल में वापसी कर रही है। ऐसे में इस टीम के प्रदर्शन पर सबकी नजर रहेगी। साथ ही धोनी की कप्तानी पर भी लोगों की निगाह रहेगी, क्योंकि अब माही टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ चुके हैं। लेकिन आईपीएल में अभी भी कप्तानी कर रहे हैं। उम्मीद है कि माही एक बार फिर से सभी के उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। फिर चाहे वो बतौर कप्तान हों, या फिर बतौर बल्लेबाज।