भुवनेश्वर. रेलवे की एक बड़ी लापरवाही के चलते सैकड़ों यात्रियों की जान पर संकट बन आया था. दरअसल, रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये था कि पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस 15 किलोमीटर तक बिना इंजन के ही पटरियों पर दौड़ गई.

22 कोचों वाली ये ट्रेन उड़ीसा के बोलांगीर जिले के टिटलागढ़ स्टेशन से कालाहांडी जिले के केसिंगा तक रात के दस बजे के आसपास बिना इंजन के पटरियों पर दौड़ गई. राहत की खबर ये है कि सभी यात्री सुरक्षित हैं.

घटना टिटलागढ़ स्टेशन की है जहां गाड़ी का इंजन गाड़ी से अलग हो गया. खास बात ये है कि यहां पटरियां नीचे की तरफ झुकी हुई हैं जिसके चलते ट्रेन अपने आप ही बिना इंजन के 15 किलोमीटर तक पटरियों पर दौड़ती रही. खबर मिलने पर जैसे-तैसे रेलवे स्टाफ ने पत्थर औऱ दूसरी भारी चीजें रखकर ट्रेन को रोका. जिसके बाद टीटलगढ़ से एक इंजन भेजा गया जो कि कोचेस को केसिंगा से वापस लाया. करीब घंटे भर बाद टीटलगढ़ में वापस लाकर इंजन को ट्रेन के डिब्बों के साथ सही-सलामत लगाकर रवाना किया गया.

घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारियों के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी. आनन-फानन में डीआरएम संबलपुर ने मामले की जांच के लिए हाईपावर कमेटी गठित कर घटना की रिपोर्ट मांगी है.

ट्रेन के कोच इंजन के साथ रात 12.35 बजे केसिंगा से रवाना हुए. फिर एहतियात बरतते हुए टीटलगढ़ में भी ट्रेन की सुरक्षा चेक की गई. वैसे रेलवे ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए दो इंजन ड्राइवरों, तीन कैरिज रिपेयरिंग स्टाफ और दो ग्रुप-डी के कर्माचारियों को सस्पेंड कर दिया गया.