रायपुर. पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों हड़तार पर बैठे हुए है. जिन्हें समर्थन देने सोमवार को विधायक अमित जोगी धरना स्थल पहुंचे. जहां पर उन्होंने हड़ताल पर बैठे एम्बुलेन्स कर्मियों की मांगों को जायज ठहराते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया. अमित जोगी ने ने कहा कि सरकार की नीयत में ही खोट है. 90 हज़ार करोड़ रुपये के वार्षिक बजट वाली सरकार के पास गरीबजनों और जरूरतमंदों की सेवा कर रहे एंबुलेंस कर्मियों की जायज मांगो को पूरा करने के लिए पैसा नही है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बताया की विधायक अमित जोगी ने धरना स्थल पर कहा कि ये सरकार पिछले 3 साल से संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों को घुमा रही है. श्रम न्यायालय के आदेशों को भी इस सरकार ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया है. जीवीके नामक कम्पनी अपने अनुबंधों ओर शर्तो के अनुसार कर्मचारियों को वेतन नहीं दे रही है. जो कि कर्मचारियों के हितों के साथ अन्याय है. अमित जोगी ने कहा कि वो ओर उनकी पार्टी संजीवनी और महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि जीवीके और राज्य सरकार को अब बाय-बाय कहने का समय आ गया है. अमित जोगी ने कहा कि प्रदेश में यदि उनकी सरकार आती है तो वे इन कर्मियों की सभी मांगों को पूरा करेंगे.
इस दौरान हडताल कर रहे कर्मचारियों की मांगों के निराकरण के संबंध में विधायक अमित जोगी ने स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव से फोन पर चर्चा भी की.