रायपुर- कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके के तीखे बयान पर बीजेपी ने आंखें तरेरी हैं. उइके ने कहा था कि- ‘भले लाठी-गोली चलाना पड़े तो चलायेंगे, लेकिन छत्तीसगढ़ से भाजपा को भगायेंगे’
उइके के इस बयान पर बीजेपी सरकार के मंत्री महेश गागड़ा ने कड़ी टिप्पणी की है. प्रदेश बीजेपी के आॅफिशियल ट्विटर हैंडलर से जारी किए गए महेश गागड़ा के बयान में उइके पर लोकतंत्र की मर्यादा लांघने का आरोप लगाते हुए गागड़ा ने कहा कि उनकी भाषा सभ्य समाज में स्वीकर योग्य नहीं है. उइके नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं.
मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि उइके पर पिछले दिनों के उपवास का असर साफ दिख रहा है. गौरतलब है कि रामदयाल उइके ने पाली विधानसभा में आयोजित संकल्प शिविर के दौरान दिए गए अपने भाषण में बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया था. इस दौरान ही उन्होंने कहा था कि लाठी-गोली चलाना पड़े तो चलाएंगे, लेकिन छत्तीसगढ़ से बीजेपी भगाएंगे.
इधर बीजेपी की प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस प्रवक्ता आर पी सिंह ने कहा कि रामदयाल उइके जिस क्षेत्र से आते हैं, वहां नक्सलवाद नहीं है. ऐसे में गागड़ा का यह कहना कि उइके नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं, यह बताता है कि उनके नक्सलियों से मधुर संबंध हैं.