अजयारविंद नामदेव, शहडोल। बिजली सर्वे करने पहुंचे MPEB (Madhya Pradesh Electricity Board) कर्मचारियों की जान पर उस समय आफत बन आई, जब ग्रामीणों ने उन्हें बच्चा चोर और फर्जी कर्मचारी समझकर बंधक बना लिया। हालांकि सूचना पर पुलिस तुरंत देवदूत बनकर पहुंच गई और कर्मचारियों की जान बचा ली। घटना से कर्मचारी इतने डर गए थे कि छुटते ही काम बंद कर तुरंत भाग गए। पूरा मामला शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र में बेमहौरि सैगिंन टोला की है।
सतना जिले में मध्यप्रदेश विद्युत बोर्ड में पदस्थ लाइनमैन शेष नारायण मिश्रा, लाइनमैंन मोहनलाल पटेल और कंपनी के ठेकेदार कर्मचारी सुनील कुमार निवासी आमनी बिजली संबंधी सर्वे करने शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के सुदूर गांव बेमहौरि सैगिंन टोल पहुंचे थे। यहां सर्वे कर रहे थे कि अचानक ग्रामीणों का झुंड पहुंच गया। ग्रामीणों ने कर्मचारियों से पूछताछ की लेकिन वे सही जबाब नही दे सके। इसपर ग्रामीणों को ग्रामीणो ने बच्चा चोर गिरोह और फर्जी MPEB कर्मचारी का शक हुआ। ग्रामीणों ने तीनों कोबंधक बना लिया।
अच्छी बात यह रही कि ग्रामीणो ने खुद पुलिस धनपुरी पुलसि को सूचना दी। मामले की जानकारी लगते ही धनपुरी को थाना प्रभारी रत्नाम्बर शुक्ला मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद कर्मचारियों को ग्रामीणों के कब्जे से छुड़ाकर उनकी जान बचा ली। यदि समय पर पुलिस नहीं पहुंचती तो कोई अप्रिय घटना हो सकती थी।
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फर्जी MPEB कर्मचारी समझकर ग्रामीणों ने बना लिया बंधकः टीआई
वहीं इस पूरे मामले में धनपुरी थाना प्राभारी रत्नाम्बर शुक्ला ने कहा कि बिजली सर्वे संबंधी कुछ सर्वे करने सतना से MPEB के कर्मचारी और ठेकेदार के आदमी आए थे। ग्रामीणो ने फर्जी MPEB कर्मचारी समझ अपने कब्जे में रखा था। उनके पास से छुड़ा लिया गया है। इस दौरान बच्चा चोर जैसी कोई बात नही आई है।
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