डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन (DoT) और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MEIT) ने मोबाइल ऑपरेटर्स और स्मार्टफोन मेकर्स से मीटिंग कर उन्हें 3 महीने में 5G कनेक्टिविटी सर्विस पर शिफ्ट होने के निर्देश दिए हैं.

मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने बुधवार को भारत सरकार के टॉप ऑफिशियल्स से मीटिंग की है. उन्होंने 10 हजार या उससे ज्यादा की कीमत वाले 4G स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग बंद करने का फैसला लिया है. कंपनियां अब 10 हजार से ज्यादा की कीमत वाले 5G कनेक्टिविटी के स्मार्टफोन ही बनाएंगी. देश के टॉप स्मार्टफोन मेकर्स के साथ हुई मीटिंग करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक चली है.

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इस मीटिंग में एपल, सैमसंग जैसी कंपनियों के अधिकारी समेत टेलीकॉम ऑपरेटर्स भी पहुंचे. स्मूथ 5G नेटवर्क प्रोवाइड करने के लिए ये अपडेट किया जा रहे हैं. भारती एयरटेल और रिलायंस जियो ने एक अक्टूबर से देश के कुछ शहरों में 5G सर्विस देना शुरू कर दिया था. एयरटेल ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सिलिगुड़ी, नागपुर और वाराणसी में सर्विस शुरू की है.

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वहीं, जियो ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में सर्विस शुरू किया है. जिन शहरों में 5G सर्विस शुरू हुई. वहां के यूजर्स ने ट्विटर पर शिकायत की कि 5G इंटरनेट शुरू होते ही उनका डाटा सेकेंड्स में खत्म हो गया. टेस्टिंग में पता लगा कि 5G इंटरनेट की स्पीड 500 से 600 MBPS तक है. जियो अपने यूजर्स को अनलिमिटेड 5G इंटरनेट दे रहा है.

वहीं, एयरटेल अपने यूजर्स के पिछले प्लान में ही 5G कनेक्टिविटी सर्विस दे रहा है. हालांकि, दोनों ही प्लेटफॉर्म ने अब तक अपने 5G प्लान रिवील नहीं किए हैं.