रायपुर। प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी का छत्तीसगढ़ दौरा कई मायनों में खास था, योजनाओं की सौगात से लेकर मोदी का भाषण सब कुछ बेहद प्रभावी रहा. अपनी बातों से जहां मोदी ने लोगों का दिल जीत लिया वहीं कोई ऐसा भी था जिसने खुद मोदी को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने भरे मंच से और खुले दिल से इनकी तारिफ की. जी हां लक्ष्मी और सविता, बस्तर की  वो बेटियां हैं जिनसे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जांगला दौरे के दौरान मुलाकात की. जहां इनके काम को देखकर और इनकी कहानी को सुनकर प्रधानमंत्री ने इनको बस्तर का गौरव बताया.

कौन हैं लक्ष्मी और सविता

सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर लक्ष्मी और सविता कौन हैं. इन्होंने ऐसा क्या किया है कि मोदी ने इनको बस्तर का गौरव बताया है. तो हम आपको बताते हैं कि लक्ष्मी और सरिता हैं कौन.

लक्ष्मी

 

सबसे पहले बात लक्ष्मी की लक्ष्मी बस्तर की रहने वाली हैं जो बस्तर के ही एक गांव में कक्षा दसवीं में पढती है. उम्र 13-14 साल होगी इतनी छोटी उम्र में लक्ष्मी ने ड्रोन बनाया है, जो 50 मीटर तक उड़ सकता है. इस उम्र और बस्तर जैसे इलाके में रहकर अगर कोई लड़की ऐसा कोई कारनामा करे जो बड़े-बड़े स्कूलों और शहरों में पढ़ने वाले बच्चों के लिये भी एक प्रेरणा हो तो ये ना सिर्फ बस्तर बल्कि पूरे छत्तीसगढ के लिये गर्व की बात है.

 

अब बात करते हैं सविता की सविता ई-रिक्शा चलाती हैं. उम्र यही कोई 30-35 साल. सविता बस्तर में ई-रिक्शा चलाती हैं. ये काम सविता ने मजबूरी में शुरु किया ताकि घर संभाल सकें लेकिन मजबूरी में शुरु किया गया ये काम ही अब सविता की पहचान बन गया है. बस्तर जैसा इलाका जहां अच्छे-अच्छे वाहन चालक भी सावधानी से गाड़ी चलाते हैं. वहां किसी महिला का ई-रिक्शा चलाना लोगों के लिये बड़ा आश्चर्य है और यही वजह है कि प्रधानमंत्री ने भी सविता के काम की खुले मंच से तारीफ की.