रणधीर परमार, छतरपुर। शहर में मृत महिला की कब्र खोद और शव निकालकर अंतिम संस्कार कराने का मामला सामने आया है। यह मामला शहर की आस्था के केंद्र मोटे के महावीर मंदिर का है। मंदिर के पुजारी कमलेश गुप्ता ने अपनी मां की मौत के बाद हिंदू रिवाज से दाह संस्कार करने के बदले मंदिर कैंपस में ही समाधि बना दी धी। शहर के हिंदू संगठन के लोग पुजारी कमलेश गुप्ता की इस हरकत पर नाराज हो गये और सड़क पर उतरकर नाराजगी व्यक्त की। लोगों ने जिला प्रशासन से उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विरोध को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर ही दफन शव को मंदिर परिसर से बाहर निकलवाया और विधि विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अपनाई। उधर इस पूरे मामले में मंदिर के पुजारी कमलेश का कहना है कि यहां पर महाराज की समाधि बनी हुई थी।
जिसकी हमारी माताजी ने बहुत सेवा की और उनकी अंतिम इच्छा थी कि मृत्यु के बाद उन्हें यहीं पर दफन किया जाए। उनकी इच्छा के अनुसार यहां पर समाधि बनाई गई थी। समाधि को लेकर कुछ हिंदू संगठनों को आपत्ति हुई। प्रशासन द्वारा मुझे अल्टीमेटम दिया गया और आज ही प्रशासन ने यहां पर यह कार्रवाई की। मैं मां की अंतिम इच्छा को पूरी नहीं कर पाया जिसका अफसोस मुझे हमेशा रहेगा।
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